Edited By Sunita sarangal,Updated: 17 Sep, 2025 04:53 PM

शहर के कुछ युवक राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्र श्रीगंगानगर में सक्रिय अंतरराज्यीय कार चोरी गिरोह का हिस्सा बनकर चोरी की घटनाओं में संलिप्त पाए गए हैं।
मलोट(गोयल): मलोट शहर के कुछ युवक राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्र श्रीगंगानगर में सक्रिय अंतरराज्यीय कार चोरी गिरोह का हिस्सा बनकर चोरी की घटनाओं में संलिप्त पाए गए हैं।
श्रीगंगानगर जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. अमृता दुहन के अनुसार थाना जवाहरनगर श्रीगंगानगर पुलिस ने हाल ही में गहन जांच के बाद कार चोरी की वारदातों में शामिल 4 मुख्य आरोपियों के साथ-साथ दो अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह हरियाणा, राजस्थान और पंजाब के विभिन्न शहरों से डेढ़ दर्जन से अधिक कारें चुराकर उनके स्पेयर पार्ट्स बेचने का काम करता था।
पहली घटनाएं और पुलिस जांच
पहली प्रमुख घटना 6 जून 2025 को दर्ज हुई थी, जब सदीप कुमार गुप्ता ने अपनी मारुति जैन कार चोरी होने की रिपोर्ट थाना जवाहरनगर में दर्ज कराई। इसके साथ ही मुपेश शर्मा ने भी अपनी सेंट्रो कार चोरी होने की शिकायत दर्ज करवाई। इन गंभीर वारदातों को सुलझाने के लिए थाना जवाहरनगर के उप निरीक्षक देवेंद्र सिंह के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान
मुखबिर की सूचना और तकनीकी जांच के आधार पर पुलिस ने मलोट के चार युवकों को गिरफ्तार किया जिनकी पहचान हर्ष पुत्र राजेश खुराना (20 वर्ष), गोविंद पुत्र अनेक सिंह (20 वर्ष), अजय कुमार पुत्र शंकरदास (22 वर्ष), और चिराग पुत्र राजेश खुराना (19 वर्ष) के रूप में हुई। ये सभी आदर्श नगर, एकता नगर, वाल्मीकि मोहल्ला सहित अन्य मलोट के हिस्सों के निवासी हैं। गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में स्वीकार किया कि उन्होंने हरियाणा, राजस्थान और पंजाब से मिलकर लगभग डेढ़ दर्जन से अधिक गाड़ियां चुराई थीं। उन्होंने यह भी बताया कि वे चोरी की गाड़ियों के पुर्जे बेचने का कारोबार करते थे।
दो और आरोपी हुए गिरफ्तार
जांच को और व्यापक करते हुए श्रीगंगानगर पुलिस ने मलोट निवासी दो और लोगों को गिरफ्तार किया, जो उक्त गिरोह से चोरी की गई गाड़ियां खरीदते थे। इन दोनों आरोपियों की पहचान जतिंदर पुत्र लाला राम (40 वर्ष) और रोशन पुत्र रामदयाल के रूप में हुई है। दोनों के कब्जे से दो चोरी की गाड़ियां और स्पेयर पार्ट्स बरामद किए गए हैं।
पुलिस का आगे का प्लान
जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. अमृता दुहन के अनुसार इस गिरोह की सक्रियता से यह स्पष्ट हो गया है कि मलोट के युवक सीमा पार जाकर अन्य राज्यों में चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं और फिर इन चुराई गई गाड़ियों के पुर्जे कबाड़ कारोबारियों को बेचते हैं। पुलिस की जांच अभी भी जारी है ताकि इस नेटवर्क में शामिल अन्य व्यक्तियों को भी बेनकाब किया जा सके।
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