Edited By PTI News Agency,Updated: 20 Jun, 2022 09:14 PM

अमृतसर, 20 जून (भाषा) शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने काबुल में पिछले सप्ताह गुरुद्वारे पर हुए हमले में मारे गए सविंदर सिंह के परिवार से सोमवार को मुलाकात की।
अमृतसर, 20 जून (भाषा) शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने काबुल में पिछले सप्ताह गुरुद्वारे पर हुए हमले में मारे गए सविंदर सिंह के परिवार से सोमवार को मुलाकात की।
काबुल स्थित एक गुरुद्वारे पर इस्लामिक स्टेट द्वारा शनिवार को किए गए एक आतंकी हमले में सिंह और एक अन्य व्यक्ति की मौत हो गई थी और सात अन्य व्यक्ति घायल हो गए थे।
नयी दिल्ली के तिलक नगर में गुरुद्वारा श्री गुरु अर्जन देव जी में सिंह के 'अंतिम अरदास' में शामिल हुए धामी ने हमले को ‘‘मानवता के खिलाफ एक क्रूर कृत्य’’ करार दिया। धामी ने शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए सिखों के सर्वोच्च धार्मिक निकाय से उन्हें हर संभव मदद प्रदान करने का आश्वासन दिया।
उन्होंने कहा कि एसजीपीसी अफगान सिखों के साथ है और जरूरत के समय हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए हमेशा प्रतिबद्ध रहेगा। उन्होंने कहा कि हालांकि अफगानिस्तान में फंसे सिखों को भारत लाकर उन्हें बसाना सरकारों का कर्तव्य था, लेकिन एसजीपीसी इस प्रक्रिया में आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए हर संभव मदद के लिए हमेशा तैयार रहेगा।
धामी ने भारत सरकार से सभी अफगान सिखों को भारत लाने, उनके कल्याण के लिए ठोस व्यवस्था करने और उनके रोजगार पर विशेष ध्यान देने की अपील की।
एसजीपीसी अध्यक्ष ने दिल्ली में रहने वाले अफगान सिख नेताओं से भी मुलाकात की और वहां की मौजूदा स्थिति का पता लगाने के लिए अफगानिस्तान में रह रहे सिखों की संख्या के बारे में चर्चा की। उन्होंने भारत में अफगानिस्तान के राजदूत फ़रीद मामुन्दज़ई से अफगानिस्तान में सिखों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ ही कई अन्य राजनीतिक नेताओं और सिख निकायों ने आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है और केंद्र से अफगानिस्तान में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया है।
तालिबान शासित अफगानिस्तान में एक अल्पसंख्यक समुदाय के उपासना स्थल को निशाना बनाने वाले इस हमले में 18 जून को गुरुद्वारा कार्ते परवान के पास कई विस्फोट हुए थे। भारत ने इस "कायराना हमले" की निंदा की और कहा कि वह स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए है।
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