Edited By PTI News Agency,Updated: 18 Jun, 2022 09:50 PM
पटियाला, 18 जून (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र की बिजली उत्पादन कंपनी पीएसपीसीएल ने शनिवार को कहा कि सेना में भर्ती की केन्द्र की ‘अग्निपथ योजना’ के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों से ताप बिजली संयंत्रों तक कोयला पहुंचने में दिक्कत हो रही है।
पटियाला, 18 जून (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र की बिजली उत्पादन कंपनी पीएसपीसीएल ने शनिवार को कहा कि सेना में भर्ती की केन्द्र की ‘अग्निपथ योजना’ के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों से ताप बिजली संयंत्रों तक कोयला पहुंचने में दिक्कत हो रही है।
इस बारे में जानकारी रखने वाले लोगों ने बताया कि पहले रोजाना कोयले के 20 रेक की आवक थी, जो घटकर आठ हो गई है।
पंजाब राज्य बिजली निगम लिमिटेड (पीएसपीसीएल) के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक बलदेव सिंह सरन ने कहा, ‘‘प्रदर्शन के कारण विभिन्न ट्रेन रद्द होने के कारण राज्य के पांच ताप बिजली संयंत्रों तक कोयला पहुंचने में दिक्कत हो रही है।’’
सरकारी रिपोर्ट के अनुसार, गोइंदवाल ताप विद्युत संयंत्र में कोयले का भंडार लगभग खत्म हो चुका है जबकि तलवंडी साबो बिजली संयंत्र में चार दिन से भी कम का कोयला बचा है।
लेहरा और रूपनगर बिजली संयंत्रों की स्थिति कुछ बेहतर है और उनमें क्रमश: 16 और 17 दिनों के लिए कोयला बचा है। वहीं, राजपुरा बिजली संयंत्र में 23 दिनों के लिए पर्याप्त कोयला है।
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