Edited By Kamini,Updated: 30 Jul, 2024 03:04 PM
आम आदमी पार्टी की सरकार का आधा कार्यकाल खत्म हो रहा है परंतु इस दौरान न तो पंजाब में पंचायती चुनाव और ना ही नगर निगम और काऊंसिलों के चुनाव ही हुए हैं।
पंजाब डेस्क : आम आदमी पार्टी की सरकार का आधा कार्यकाल खत्म हो रहा है परंतु इस दौरान न तो पंजाब में पंचायती चुनाव और ना ही नगर निगम और काऊंसिलों के चुनाव ही हुए हैं। लोकसभा चुनाव और उसके जालंधर उप चुनाव के बाद अब पंजाब सरकार द्वारा पंचायत चुनाव की तैयारी शुरू कर दी गई है। इसके लिए राज्य चुनाव आयोग ने एक पत्र ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग को लिखा है। इसमें आने वाले चुनावों के लिए पंच व सरपंचों की सीटों को रिजर्व करने की प्रकिया पूरा करने के लिए कहा गया है।
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इस दौरान इस पत्र मे ये भी कहा गया है कि रिजर्वेशन संबंधी सभी जिलों के डिप्टी कमिश्नर की तरफ से नोटिफिकेशन की जाए, ताकि चुनावों के दौरान किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं आए। आपको बता दें कि 2018 में कांग्रेस सरकार के समय में चुनाव हुए जिस दौरान 13276 सरपंचों व 83831 पंचों का चुनाव हुआ था। फरवरी में पंचायत विभाग ने उन पंचायतो को भंग कर दिया था, जिनका कार्यकाल (5 साल) पूरा हो चुका था।
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आपको बता दें कि पंजाब मे 13 हजार से अधिक पंचायतें है। आपको ये भी बता दें कि गत वर्ष 10 अगस्त को पंजाब सरकार ने सभी पंचायतों, ब्लॉक समितियों और जिला परिषदों को भंग करने के आदेश जारी किए थे। लेकिन सरकार के इस आदेश के विरुद्ध पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट मे याचिका दायर कर दी गई थी, जिसमे कहा गया था कि जारी की गई अधिसूचना कानून के विरुद्ध है । सरपंचों का तर्क था कि सभी पंचायतों के निर्वाचित प्रतिनिधियों के कार्यकाल की समाप्ति से पूर्व अवैध रूप से भंग कर दिया गया था । इस याचिका के बाद सरकार ने अपनी अधिसूचना वापिस ले ली थी और पंचायतों को बहाल कर दिया गया ।
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