Edited By Kalash,Updated: 24 Jul, 2024 01:25 PM

टेक्निकल स्टॉफ की शार्टेज पावरकॉम के लिए सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ है, जिसके चलते आमतौर पर फाल्ट समय पर ठीक नहीं हो पाता और पब्लिक को भारी परेशानियां उठानी पड़ती है।
जालंधर : टेक्निकल स्टॉफ की शार्टेज पावरकॉम के लिए सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ है, जिसके चलते आमतौर पर फाल्ट समय पर ठीक नहीं हो पाता और पब्लिक को भारी परेशानियां उठानी पड़ती है। इसके लिए पावरकॉम द्वारा रिटायर्ड टेक्निकल कर्मचारियों को भर्ती करने की तैयारी की गई है। पहली कड़ी के तहत 60 वर्ष तक के कर्मचारियों को भर्ती करने का अवसर मिलेगा जबकि दूसरी कड़ी में दिसंबर 2024 तक 62 वर्ष से कम रहने वाली कर्मचारियों को मौका दिया जाएगा। विभाग द्वारा लिस्टें तैयार करने की योजना शुरू कर दी गई है व कर्मचारियों की सहमति के साथ उनका नाम लिस्ट में डाला जाएगा। इसके लिए कर्मचारी का सेवाकाल बेदाग होना मुख्य केन्द्र बिंदू होगा, विपरीत परिस्थिति में दिक्कतें पेश आ सकती है।
पावरकॉम में पोस्ट के हिसाब से बात की जाए तो 75 प्रतिशत टेक्निकल स्टॉफ की शार्टेज चल रही है। इनमें जे.ई., लाइनमैन, सहायक लाइनमैन इत्यादि शामिल हैं। पावरकॉम द्वारा केवल 25 प्रतिशत रूटीन स्टॉफ के साथ काम किया जा रहा है, जोकि जमीनी हकीकत को खुद ही ब्यां कर रहा है। विभागीय जानकारों का कहना है कि महानगर जालंधर ही नहीं बल्कि पंजाब के सभी जोन में टेक्निकल स्टॉफ की कमी का सामना करना पड़ रहा है। इसी तरह से दूर-दराज की कई डिवीजनों में हालात बेहद नाजुक है, जिसके चलते लोगों के दिलों में विभाग का अक्स खराब हो रहा है।
टेक्निकल स्टॉफ की शार्टेज को देखते हुए पावरकॉम द्वारा ठेके पर कंपलेंट हैंडलिंग बाइक (सी.एच.बी.) कर्मचारियों से सेवाएं ली जा रही है। लेकिन इसके बावजूद स्टॉफ शार्टेज की समस्या का पक्का समाधान नहीं निकल पा रहा है। छोटे-मोटे फाल्ट के लिए सी.एच.बी. से काम लिया जा सकता है, लेकिन शट्डाऊन लेने, बड़ी लाइनों पर काम करने जैसी स्थिति में पक्के स्टॉफ की उपलब्धता जरूरी हो जाती है। इसी क्रम में रोजाना पड़ रहे फाल्ट को निपटाने में सी.एच.बी. व पक्के स्टॉफ को काफी मश्कत करनी पड़ रही है। वहीं, अधिकारियों का कहना है कि समय-समय पर भर्ती प्रक्रिया चलाई जा रही है, लेकिन रिटायर्ड हुए कर्मचारियों के मुकाबले भर्ती प्रक्रिया का अनुपात बेहद कम साबित हो रहा है, जिसके चलते टेक्निकल स्टॉफ की शॉर्टेज 75 प्रतिशत तक पहुंच चुकी है।

गर्मी में और भी खराब हो रहे हालात
स्टॉफ शार्टेज का सबसे विपरीत प्रभाव गर्मी के दिनों में देखने को मिलता है। गर्मी में बिजली का इस्तेमाल बढ़ने के कारण फाल्ट बढ़ जाते है जिसके चलते टेक्निकल स्टॉफ की डिमांड में भारी बढ़ौतरी होती है। कई इलाकों में लोगों को घंटों तक स्टॉफ का इंतजार करना पड़ता है। वहीं, बारिश व तूफान के मौसम में हजारों के हिसाब से शिकायतें सामने आती हैं और ऐसे समय में हालात बेहद खराब हो जाता है। इसी तरह की परेशानियों को मद्देनजर रखते हुए पावरकॉम द्वारा रिटायर्ड कर्मचारियों की भर्ती करने का विकल्प ढूंढा गया है।
नई भर्ती संबंधी आपातकालिन स्थिति का दिया हवाला
पावरकॉम द्वारा शुरू किए गए प्रयासों के अन्तर्गत एक पत्र हाथ लगा है, जोकि विभागीय की अंदरूनी स्थिति को ब्यां कर रहा है। केन्द्रीय जोन के चीफ इंजीनियर द्वारा 23 जुलाई को लिखे गए पत्र संख्या 7002/05 के पत्र में आपातकालीन स्थिति का हवाला दिया गया है। इसमें जो लिखा गया है उसे हम साफ शब्दों में बता रहे हैं। चीफ इजी. ने लिखा है कि आपातकालीन स्थिति में बिजली सप्लाई को लेकर दिक्कतें पेश आती है, उपभोक्ताओं को निर्विघ्न सप्लाई देने के क्रम में स्टॉफ शार्टेज सबसे बड़ी समस्या है। गर्मी व पैडी के दौरान सप्लाई को संचालित करना मुश्किल होता है, जिससे विभाग की गरिमा पर प्रभाव पड़ता है। इसके चलते रिटायर्ड हुए टेक्निकल कर्मचारियों (सहायक लाइनमैन, लाइनमैन) जिनकी आयु सीमा 31-12-2024 तक 62 वर्ष की हो। उनकी सहमति के साथ लिस्टें तैयार करके भेजी जाए। इससे साफ जाहिर होता है कि विभाग में कर्मचारियों की भारी कमी अधिकारियों के लिए परेशानी बनी हुई है।
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