Edited By Vatika,Updated: 11 Nov, 2024 09:46 AM
पराली जलाने और अन्य कारणों के कारण प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है।
पंजाब डेस्कः पंजाब में पराली जलाने और अन्य कारणों के कारण प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। लोगों को सांस लेने की दिक्कत के साथ-साथ आंखों में जलन महसूस हो रही है। रविवार को पंजाब-हरियाणा के कई हिस्सों में वायु गुणवत्ता खराब रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के 'समीर' ऐप के अनुसार, पंजाब और हरियाणा की संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ में सुबह 10 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (ए.क्यू.आई.) 342 दर्ज किया गया।
उधर, पंजाब के मंडी गोबिंदगढ़ में वायु गुणवत्ता सूचकांक 268, अमृतसर में 246, लुधियाना म 220, पटियाला में 206, रूपनगर में 202, जालंधर में 196, बठिंडा में 175 और खन्ना में 163 दर्ज किया गया। बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी में रविवार शाम को भी वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सी.पी.सी.बी.) के अनुसार, शाम 4 बजे तक 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (ए.क्यू.आई.) 335 (बहुत खराब) रहा।
दिल्ली में सुबह 9 बजे ए, क्यू, आई. 334 दर्ज किया गया था। आनंद विहार, अशोक विहार, अलीपुर, बवाना, जहांगीरपुरी, वजीरपुर, रोहिणी और आर.के. पुरम सहित कम से कम 8 मौसम केंद्रों ने शाम को वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज की।