Edited By Vatika,Updated: 25 Jun, 2025 12:38 PM

डी.सी. ने पटियाला वासियों से अपील करते हुए कहा कि जिला प्रशासन पूरी तरह चौकस है
पटियाला/सनौर(मनदीप जोसन): जिला प्रशासन की पटियाला वासियों प्रति खामोशी के चलते भारी बारिश के कारण बाढ़ के डर से अब लोगों ने रेत के थैले भरकर अपने घरों के गेटों के आगे लगाने शुरू कर दिए हैं, ताकि अगर बाढ़ आती है तो उससे बचाव हो सके। मौसम विभाग द्वारा भारी बारिश के अलर्ट के कारण लोगों के भीतर भारी डर का माहौल है।
गत वर्ष 10 जुलाई 2023 को पटियाला बाढ़ से डूब गया था। इस बार भी लोगों में भारी डर की लहर है। बाढ़ ने भारी नुकसान अर्बन अस्टेट के क्षेत्रों में किया था। अर्बन अस्टेट में लगभग अच्छे घरों के लोग रहते हैं, जिस कारण उस समय इस क्षेत्र में पानी ने बेहद तबाही मचाई थी। अर्बन अस्टेट फेस 2 में इस बार बहुत सारे घरों ने अपने घरों के अंदर बाढ़-रोकू इंतजाम करने शुरू कर दिए हैं। लोगों ने अपने गेटों के आगे जहां मिट्टी और रेत से भरे हुए थैले लगाए हैं, वहीं अपने घरों के अंदर भी इन्हें स्टोर करके रखा है ताकि किसी भी संकट का मुकाबला किया जा सके। लोगों का जिला प्रशासन के अधिकारियों से विश्वास पूरी तरह उठ चुका है। लोगों का कहना है कि पिछली बार भी बाढ़ में उनका लाखों रुपये का नुकसान हुआ था और इस बार तो अभी तक नदी की सफाई ही नहीं हुई। अगर ऐसा कोई हादसा घट गया तो फिर पानी तबाही मचाएगा।
डी.सी. द्वारा बाढ़-रोकू कामों का जायजा लेने के लिए छोटी और बड़ी नदी का दौरा
पंजाबी की कहावत ‘बुहे आई जंज विनो कुड़ी दे कंन’ पटियाला के जिला प्रशासन के अधिकारियों पर पूरी तरह फिट बैठती है। बाढ़ के कारण हर साल ही पटियाला में डर का माहौल होता है और पिछले साल तो अप्रैल, मई में ही नदियों और नालों की सफाई कर दी गई थी, पर इस बार जब बारिश सिर पर आ गई है, तब जिला प्रशासन के अधिकारी जागे हैं और आज नदियों, नालों की सफाई सिर्फ फारमेलटी के लिए शुरू करवाई गई है, जिस कारण लोगों में भारी रोष है।
लोगों में घबराहट और डर की बातें चलते हुए आखिर आज डी.सी. ने पटियाला की छोटी और बड़ी नदी का दौरा करके ड्रेनेज विभाग द्वारा किए जा रहे बाढ़-रोकू कामों का निरीक्षण किया। इस मौके पर उनके साथ ड्रेनेज विभाग के निरीक्षण इंजीनियर रजिंदर घई, कार्यकारी इंजीनियर प्रथम गंभीर और अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। डी.सी. ने पटियाला वासियों से अपील करते हुए कहा कि जिला प्रशासन पूरी तरह चौकस है और लगातार रोज़ाना मौसम और नदियों में पानी की गेज पर नजर रखी जा रही है। उन्होंने लोगों को अफवाहों से सतर्क रहने की अपील करते हुए कहा कि पटियाला में ऐसी कोई डरने वाली स्थिति नहीं है। उन्होंने बताया कि बाढ़ों की रोकथाम संबंधित जल निकास और अन्य संबंधित विभागों को जरूरी अग्रिम प्रबंध पुख्ता करने के निर्देश 4 महीने पहले ही दे दिए गए थे। उन्होंने कहा कि संवेदनशील स्थानों की सफाई के साथ-साथ पूरी नदी की सफाई भी मुकम्मल की जा रही है। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा पिछले 3 महीनों से बाढ़-रोकू प्रबंधों के लिए काम किया जा रहा है और लोगों से मिली फीडबैक अनुसार भी विभाग द्वारा जरूरी कार्य किया गया है।