Edited By Tania pathak,Updated: 18 Sep, 2020 06:42 PM
भारत और पाकिस्तान ने नवंबर 2018 में ऐतिहासिक गुरुद्वारा दरबार साहिब को भारत के साथ जोड़ने के लिए करतारपुर कॉरिडोर बनाने पर सहमति जताई थी....
पंजाब: आज 18 सितंबर को पाकिस्तान में करतारपुर कॉरिडोर की वेबसाइट और पाकिस्तान में ऐतिहासिक गुरुद्वारों की एक किताब लांच की गई। ये समारोह
लाहौर के एक ग्रैंड होटल में आयोजित किया गया। वेबसाइट और बुक ETPB और PSGPC द्वारा तैयार की गई हैं। इस मौके पर डॉ नूर उल कादरी संघीय मंत्री मुख्य टूर पर मौजूद रहे। आफताब जहांगीर, एमएनए और संसदीय सचिव, डॉ आमेर अहमद, अध्यक्ष ETPB, प्रो खालिद मसूद आदि मौजूद थे।
करतारपुर साहिब अंतरराष्ट्रीय सीमा से चार किलोमीटर दूर है। सिखों की अटूट आस्था के प्रतीक पाकिस्तान स्थित करतारपुर साहिब को भारत से जोड़ने के लिए एक कॉरिडोर का निर्माण किया गया है। भारत और पाकिस्तान ने नवंबर 2018 में ऐतिहासिक गुरुद्वारा दरबार साहिब को भारत के साथ जोड़ने के लिए करतारपुर कॉरिडोर बनाने पर सहमति जताई थी। इसके तहत पाकिस्तान के कस्बे करतारपुर को पंजाब के गुरुदासपुर जिले में स्थित डेरा बाबा नानक के साथ जोड़ा गया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने 28 नवंबर 2018 को करतारपुर कॉरिडोर का नींव पत्थर रखा था। भारत की तरफ से 26 नवंबर 2018 को नींव पत्थर रखा गया था।