Edited By Suraj Thakur,Updated: 02 Dec, 2018 07:05 PM

पंजाब में पारे में गिरावट न आने के कारण किसानों की गेहूं की फसल पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं।
चंडीगढ़। पंजाब में पारे में गिरावट न आने के कारण किसानों की गेहूं की फसल पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। अगर जल्द ही सूबे में सर्दी ने रफ्तार न पकड़ी तो किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
किसानों का कहना है कि बीते वर्ष नवंबर के महीने में ही धुंध पड़ने शुरू हो गई थी, और गहूं के पोधों का कद घुटनों के बराबर आ गया था।
जबकि इस साले पारे में गिरावट न आने व धुंध न पड़ने के कारण गेहूं के पौधे पूरी तरह विकसित नहीं हो पा रहे हैं। इस बार बठिंड़ा जिला में सबसे ज्यादा करीब ढ़ाई लाख एकड़ जमीन पर गेहूं की बीजाई की गई है। मौसम विभाग की माने तो अभी कुछ दिन मौसम ऐसा ही रहने के आसार हैं। ठंड धीमी गति से रफ्तार पकड़ रही है। हालांकि कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि गेहूं की फसल को पयाप्त मात्रा में पानी मुहैया करवाकर किसान नुकसान से बच सकते हैं।