Edited By Urmila,Updated: 19 Jul, 2024 12:54 PM

एक्साइज विभाग का महानगर के ठेकेदारों पर रेट बढ़ाओ प्रैशर, क्या विभाग जनता को लूटना चाहता है।
लुधियाना: एक्साइज विभाग का महानगर के ठेकेदारों पर रेट बढ़ाओ प्रैशर, क्या विभाग जनता को लूटना चाहता है। सरकारी रेटों से कई गुना ऊपर शराब के दामों से एक तो ठेकेदारों की सेल प्रभावित होती है और अवैध शराब बेचने वालों को भी शह मिलती है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार फिलहाल विभाग की ढीली कार्रवाई के कारण शहर में अवैध शराब बेचने वाले तस्करों की भरमार हो गई है, जो अन्य राज्यों से सस्ते दामों पर शराब लेकर लुधियाना में बेच रहे हैं, क्योंकि लुधियाना में जिस रेट पर शराब लाइसैंसधारी ठेकेदार दे रहे है, वह बहुत ज्यादा है।
इसका एक कारण यह भी है कि लुधियाना में एक्साइज विभाग शराब के दाम कंट्रोल करता है। शहर के कुछ पुराने लाइसैंसधारी शराब ठेकेदार अपनी मोनोपोली कर सिंडिकेट बनाना चाहते हैं जिसके लिए वह विभाग के साथ मिलकर शराब के दाम बढ़ाना चाहते हैं और विभाग इसमें उनका भरपूर साथ दे रहा है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार पंजाब सरकार द्वारा जब पॉलिसी लाई गई थी, तक सरकार की यह मंशा थी कि शराब सस्ते दामों पर मुहैया कराई जाए ताकि नाजायज शराब की तस्करी बंद हो सके। इसके लिए एक्साइज पॉलिसी में ओपन कोटा सिस्टम भी लागू किया गया था, परन्तु लुधियाना के लाइसैंसधारी ठेकेदार अपने मुनाफे के चक्कर में पॉलिसी को फेल करना चाहते हैं और रेट बढ़ा रहे हैं जिसमें उनका साथ एक्साइज विभाग अधिकारी दे रहे हैं। शराब का रेट बढ़ाने के अधिकारियों को क्या लालच है, यह सोचने वाली बात है। क्या अधिकारियों का भी ठेकों में हिस्सा है या ठेकेदारों का बढ़े हुए शराब के दामों में से अधिकारियों का शेयर है।
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