Edited By Urmila,Updated: 12 Oct, 2024 06:06 PM
देशभर में आज दशहरे का त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है। हर शहर और कस्बे में रावण के विशाल पुतले बनाए गए हैं और शाम को उनका दहन किया जाएगा।
नाभा: देशभर में आज दशहरे का त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है। हर शहर और कस्बे में रावण के विशाल पुतले बनाए गए हैं और शाम को उनका दहन किया जाएगा। उधर, नाभा के सरकारी रिपुदमन कॉलेज ग्राउंड में भी अफरा-तफरी का माहौल रहा। जब 55 फीट का रावण का पुतला हवा के झोंके के साथ जमीन पर गिरा गया। गनीमत रही जब रावण का पुतला गिरा तो कुछ दूरी पर बच्चे खेल रहे थे। शहरवासियों का कहना है कि जिन कारीगरों ने पुतला बनाया उनकी बड़ी लापरवाही है। यहां इस ग्राउंड में हजारों की संख्या में भीड़ जमा होती है। अगर उस वक्त रावण का पुतला नीचे गिर जाता तो बड़ा हादसा हो सकता था।
नाभा के सरकारी रिपुदमन कॉलेज ग्राउंड में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब 55 फीट का रावण का पुतला अचानक हवा के झोंके से जमीन पर गिर गया। गनीमत यह रही कि जब रावण का यह पुतला जमीन पर गिरा तो कुछ दूरी पर बच्चे वहां खेल रहे थे। इस घटना के बाद शहरवासियों ने कारीगरों पर अपना गुस्सा निकाला। उन्होंने कहा कि यदि यह घटना शाम को होती तो बड़ा नुकसान हो सकता था, क्योंकि हजारों की संख्या में शहरवासी दशहरा देखने आते हैं। यदि रावण का यह पुतला गिर जाता तो बड़ा नुकसान हो सकता था। रावण के गिरने के बाद मौके पर मौजूद कारीगरों द्वारा जेबीसी मशीन को ग्राउंड पर लाया गया और रावण के पुतले को उठाने के लिए अलग-अलग हथकंडे अपनाए गए।
इस मौके पर शहरवासियों ने कहा कि जिन कारीगरों ने रावण का पुतला बनाया है, वे काफी लापरवाह हैं, क्योंकि हवा के हल्के झोंके से ही रावण का पुतला जमीन पर गिर गया. क्योंकि 55 फीट का पुतला बनाया तो गया लेकिन कोई बड़ी सपोर्ट नहीं दी गई थी जिसके कारण वह जमीन पर गिर गया। शहरवासियों का कहना है कि समस्या यह थी कि बच्चे कुछ दूरी पर खेल रहे थे और बड़ी जनहानि हो सकती थी। उन्होंने कहा कि यदि यह घटना शाम को रावण दहन के समय होती तो बड़ी जनहानि हो सकती थी क्योंकि इस मैदान में हजारों की संख्या में शहरवासी रावण के पुतले को नमन करने आते हैं, लेकिन अगर उस वक्त रावण का पुतला गिर जाता तो बड़ी जनहानि हो सकती थी।
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