Edited By Tania pathak,Updated: 11 Mar, 2021 01:53 PM
पिछले 14 सालों से सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों को पढ़ा रहे शिक्षा प्रोवाइडर अध्यापक के सब्र का प्याला छलक गया है
अमृतसर (दलजीत शर्मा): पिछले 14 सालों से सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों को पढ़ा रहे शिक्षा प्रोवाइडर अध्यापक के सब्र का प्याला छलक गया है। स्थायी करने की मांग को लेकर शिक्षा प्रोवाइडर अध्यापकों ने शिक्षा मंत्री विजय इंद्र सिंगला के गृह जिले संगरूर में 13 मार्च को हल्ला बोलने का ऐलान किया है।
शिक्षा प्रोवाइडर अध्यापक यूनियन की बैठक प्रधान रुपिंदर कौर गिल की अगवाई में कंपनी बाग में हुई। बैठक को संबोधित करते हुए रुपिंदर कौर गिल ने कहा कि दिसंबर 2016 में मौजूदा सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने यूनियन के मोहाली में दिए धरने में पहुंच कर वायदा किया था कि कांग्रेस सरकार आने पर आपको पहली मीटिंग में रेगुलर किया जाएगा। जबकि संगठन के नेताओं ने कई बार शिक्षा मंत्री विजय इंद्र सिंगला को मांग पत्र दिया पर अफसोस है कि इस पांच साल में कांग्रेस सरकार के दौरान एक बार भी कोई पैनल मीटिंग नहीं दी गयी।
सरकार ने अब एन.टी.टी. टीचरो की पोस्टें निकाली है, उनमें भी बरसों से सरकारी स्कूलों में पढ़ा रहे अध्यापकों को कोई वेटेज नहीं दी गयी है। सरकार को एनटीटी टीचरों की पोस्टों के विज्ञापन में संशोधन कर शिक्षा प्रोवाइडर अध्यापकों को पक्का करना चाहिए। सरकार ने उन्हें पक्का न किया तो संगरूर में 13 मार्च को रोष प्रदर्शन होगा।
इस मौके पर कुलविंदर सिंह, विमल, कैप्टन, संदीप कौर, गुरजीत कौर, रजनी, निशान सिंह, शमशेर सिंह, अवतार सिंह, गुरसेवक, मंदीप कौर, रुपिंदर कौर, किरणदप कौर, रंजीत सिंह राणा, संदीप सिंह, बलजीत कौर आदि मौजूद थे।
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