Edited By Vatika,Updated: 04 May, 2022 12:47 PM
धारणा है कि सास बहू की कभी नहीं बन सकती और यह दोनों एक दूसरे की दुश्मन होती
रोपड़: धारणा है कि सास बहू की कभी नहीं बन सकती और यह दोनों एक दूसरे की दुश्मन होती हैं लेकिन इस धारणा को गलत करके दिखाया है, ज़िला रोपड़ के एक छोटे गांव हुसैनपुर की बहू गुरप्रीत कौर ने।
दरअसल, चैन्नई में करवाई गई 42वीं नैशनल मास्टर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गुरप्रीत कौर ने तीसरा स्थान प्राप्त करके अपने ससुराल परिवार का नाम रौशन किया है। जीत कर वापस लौटी गुरप्रीत कौर का रूपनगर के रेलवे स्टेशन पहुंचने पर ससुराल परिवार और हलका विधायक समेत इलाके के बड़ी संख्या में पहुंचे लोगों की तरफ से भव्य स्वागत किया गया।
बता दें कि गुरप्रीत कौर ने नैशनल मास्टर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 800 मीटर 500 मीटर और 5 किलोमीटर दौड़ में देश भर में से तीसरा स्थान प्राप्त करके अपने ससुराल परिवार सहित जिले और पंजाब का नाम रौशन किया है और गुरप्रीत कौर का अब नैशनल में गोल्ड मैडल प्राप्त करने का सपना है। वहीं गुरप्रीत कौर के ससुर तरलोचन सिंह और सास ने कहा कि बहू को भी बेटियों की तरह रखना चाहिए, बहू को सिर्फ़ कामकाज में लगा कर न रखे बल्कि उन्हें भी बेटियों की तरह आगे बढ़ने का मौका देना चाहिए।