Edited By Vatika,Updated: 18 Sep, 2019 03:13 PM
गांव नौशहरा ढाला में गत रविवार की सुबह दंपति की हत्या कर दी गई थी। उनके द्वारा कोर्ट मैरिज करने से युवती के घरवालों ने दोनों को सरेआम गोलियां मारी थीं।
तरनतारन(रमन): गांव नौशहरा ढाला में गत रविवार की सुबह दंपति की हत्या कर दी गई थी। उनके द्वारा कोर्ट मैरिज करने से युवती के घरवालों ने दोनों को सरेआम गोलियां मारी थीं। इस मामले में पुलिस ने 10 लोगों पर केस दर्ज किया था। वहीं घटना के 3 दिन बाद भी पुलिस के हाथ कोई आरोपी नहीं लगा है।
उधर अमनदीप सिंह और अमनप्रीत कौर के शवों का पोस्टमार्टम अमृतसर के मैडीकल कालेज में करवाने के बाद दोनों के शव गांव नौशहरा ढाला पहुंचे। उनको देख परिवार का हर मैंबर रोने लगा। दोनों के शवों का अंतिम संस्कार एक ही चिता पर किया गया। शवों को अग्रि अमनदीप के पिता ने दी। इस दौरान अमनदीप के पिता सुखदेव सिंह और अमनप्रीत के पिता अमरजीत सिंह फूट-फूट कर रोए, जिन्हें देख गांव के लोगों की आंखें भी नम हो गईं। डी.एस.पी. कमलजीत सिंह औलख ने बताया कि अमृतसर मैडीकल कालेज में डाक्टरों के बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम करवा दोनों के शव वारिसों को सौंप दिए गए। इस मामले में गुरभिंदर सिंह पुत्र मेवा सिंह, सुरजीत सिंह पुत्र मेवा सिंह, मेवा सिंह पुत्र साधा सिंह, हरविंदर सिंह पुत्र करनैल सिंह और अमरजीत सिंह पुत्र सरवन सिंह निवासी गहरी के अलावा अन्य 5 अज्ञात लोगों पर केस दर्ज किया गया है।
सूत्रों के अनुसार घटनास्थल पर देर से पहुंचने पर थाना झब्बाल के मुखी इंस्पैक्टर अजय कुमार जिनके पास थाना सराय अमानत खां का एक्सट्रा चार्ज भी था, को लाइन हाजिर कर मामले की जांच थाना सराय अमानत खां के नव नियुक्त सब इंस्पैक्टर किरणजीत सिंह को सौंप दी गई है। गौर हो कि अमनदीप सिंह (24) पुत्र सुखदेव सिंह निवासी नौशहरा ढाला ने गांव गहरी की अमनप्रीत कौर (22) पुत्री अमरजीत सिंह के साथ प्रेम संबंधों के चलते साल पहले कोर्ट मैरिज करवा ली थी और वे घर से दूर रहने लगे थे। कुछ महीने पहले अमनदीप अपनी पत्नी को घर ले आया था, जिसके बाद दोनों परिवारों में सहमति हो गई थी, लेकिन अमनप्रीत के पिता, चाचा और भाई दोनों को नुक्सान पहुंचाने की फिराक में थे। रविवार सुबह अमनदीप सिंह और अमनप्रीत कौर मोटरसाइकिल से पास के गुरुद्वारा बाबा बुड्ढा साहिब में माथा टेकने गए थे। वहां से लौटते रास्ते में करीब 8.30 बजे कार सवार अमनप्रीत के घर वालों ने दोनों को गोलियां मार दी थीं। इससे दोनों का आस्ट्रेलिया जाने का सपना भी टूट गया था।