Edited By Vatika,Updated: 03 Aug, 2019 01:19 PM
जब हल न निकला तो जमकर गोलियां व ईंट-पत्थर चलने शुरू हो गईं।
अमृतसर/चौक मेहता (संजीव/कैप्टन): दमदमी टकसाल मेहता व निहंग तरना दल बाबा बकाला (गाइयों वाले) के बीच आज उस समय खूनी टकराव हो गया जब निहंग जत्थेबंदी के सेवादार हजारों की गिनती में गायों को लेकर दमदमी टकसाल के खेतों में घुस गए और वहां लगी फसल नष्ट होने लगी। दमदमी टकसाल के सिंहों ने पहले तो समझाने का प्रयास किया मगर जब हल न निकला तो जमकर गोलियां व ईंट-पत्थर चलने शुरू हो गईं।
इस दौरान निहंग जत्थेबंदी के आधा दर्जन के करीब सेवादार घायल हो गए जिन्हें गुरु नानक देव अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। घायलोंमें मनप्रीत सिंह (21) निवासी ऊदो नंगल, जगतार सिंह (40) निवासी मेहता, सुखदीप सिंह (21) निवासी ऊदो नंगल, रणजीत सिंह (19) निवासी मेहता, विजय सिंह (18) निवासी मेहता व सुखदेव सिंह (22) कोहाड़ शामिल है। घटना की जानकारी मिलते ही एस.पी. हरपाल सिंह की अध्यक्षता में भारी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई और दोनों तरफ से पैदा हुए तनाव की स्थिति पर काबू पाया। वहीं गाय वालों की ओर से मेहता का मेन चौक रास्ता जाम कर धरने पर बैठ गए थे। एस.पी. डी. हरपाल सिंह का कहना है कि बाबा ग"ान सिंह से विचार करने के बाद धरना उठा लिया गया है। शनिवार को दोनों पार्टियों को बुलाया गया है।आज बाद दोपहर निहंग तरना दल बाबा बकाला (गायों वाले) हजारों की गिनती में गाए लेकर मेहता गांव से निकल रहे थे। जैसे ही गायों की झुंड खेतों में लगी चावल की फसल को उजाडऩे लगे तो दमदमी टकसाल के सिंहों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। मगर स्थिति इस कदर बिगड़ चुकी थी कि तुरंत गायों को खेतों से बाहर निकालना संभव नहीं था। जिसके बाद दोनों गुटों में टकराव शुरू हो गया और गोलियां चलने लगीं। डी.एस.पी.जंडियाला गुरिन्द्रदीप सिंह ने कहा कि मेहता चौक में हुई घटना के संबंध में पुलिस केस दर्ज करने जा रही है।