Edited By Subhash Kapoor,Updated: 22 Sep, 2022 11:26 PM
बोगस बिलिंग मामले में सैंट्रल गुड्स एंड सर्विस टैक्स (सीजीएसटी) विभाग की तरफ से गिरफ्तार किए गए आरोपी राम उर्फ रमन को बुधवार को जेल अधिकारियों ने लेने से इंकार कर दिया।
लुधियाना (गौतम) : बोगस बिलिंग मामले में सैंट्रल गुड्स एंड सर्विस टैक्स (सीजीएसटी) विभाग की तरफ से गिरफ्तार किए गए आरोपी राम उर्फ रमन को बुधवार को जेल अधिकारियों ने लेने से इंकार कर दिया। जेल अधिकारियों का कहना था कि आरोपी मेडिकल तौर पर फिट नहीं है, उन्होंने सी.जी.एस.टी. अधिकारियों को उसका उपचार करवा कर लाने के लिए कहा। अधिकारियों ने आरोपी को कोर्ट में पेश करने के बाद ज्यूडिशियल रिमांड पर भेजा था। जिस पर विभाग के अधिकारियों ने आरोपी को थाना पी.ए.य़ू. में बंद करवा दिया। वीरवार को सुबह ही विभाग के अधिकारियों की टीम आरोपी को लेकर सिविल अस्पताल पहुंची। अधिकारियों की तरफ से सारा मामला गुपचुप ढंग से निपटाने की कोशिश की, लेकिन सिविल अस्पताल के डाक्टरों ने पहले उसे मेडिकल करने से इंकार कर दिया। इसके अलावा मीडिया कर्मियों को देखते ही अधिकारी सिविल अस्पताल से आरोपी को लेकर वापस चले गए। काफी समय तक इस तरह का ड्रामा चलता रहा तो बाद दोपहर तीन बजे टीम दोबारा आरोपी को लेकर सिविल अस्पताल पहुंची। वहां पर तीन डाक्टरों के बोर्ड ने आरोपी की जांच की और उसकी रिपोर्ट बना कर दी तो विभाग ने शाम 6 बजे आरोपी को जेल में बंद करवा दिया। लेकिन आरोपी के मेडिकल को लेकर दिन भर ड्रामा चलता रहा। हालांकि सी.जी.एस.टी. विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इसमें उनका कोई भी कसूर नहीं है, केवल कानूनी प्रक्रिया के चलते ही आरोपी का मेडिकल दोबारा करवाया गया। जबकि जेल अधिकारियों की बात का भी उन्होंने खंडन किया है।
गौर है कि राम उर्फ रमन को सीजीएसटी विभाग की टीम ने मंगलवार को सुबह 6 बजे उसके घर से हिरासत में लिया। देर रात उसकी पत्नी कविता की शिकायत पर मानयोग हाईकार्ट से वारंट अफसर मनोज कश्यम ने दबिश दी तो अधिकारियों ने वीरवार को तड़के उसकी अरेस्ट डाल दी थी। जब कि उसकी पत्नी ने आरोप लगाया था कि अधिकारियों ने उसके पति के साथ बुरी तरह से मारपीट की है और उसकी तबीयत बिगड़ गई है। उसका आरोप था कि उसके पति को जानवूझ कर गलत मामले में फंसाया गया है। जब उसका पति वारंट अफसर के सामने भी चिल्ला कर कह रहा था कि वह बेकसूर है। उसकी पत्नी का कहना है कि उसके पति की हालत देख कर पता चल रहा था कि अधिकारियों ने उसके साथ मारपीट की है। कविता ने आरोप लगाया कि विभाग के अधिकारियों ने उसको अपने पति से मिलने भी नहीं दिया। जब कि अधिकारी बार बार यह कह रहे थे कि उन्होंने उसके साथ कोई भी मारपीट नहीं की है। रमन का परिवार जानवूझ कर उन पर आरोप लगा रहा है। उसकी पत्नी ने बताया कि इस मामले को लेकर वह आला अधिकारियों को शिकायत करेगी और मामले की जांच के लिए अपील करेगी । हालकि उन्होंने अधिकारियों के खिलाफ पुलिस को शिकायत भी की है।