Edited By swetha,Updated: 03 Sep, 2019 11:26 AM
इच्छा के खिलाफ धर्म परिवर्तन करवाना शर्मनाक
जालंधरः पाकिस्तान में हाल ही में सिख लड़की को अगवा कर जबरन धर्म परिवर्तन करने की घटना के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह और केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने पाक पी.एम. इमरान खान पर शाब्दिक हमला किया है। दोनों नेताओं ने कहा कि पाक प्रधानमंत्री सिखों को सुरक्षा देने में असफल रहे हैं। कैप्टन अमरेंद्र ने पाकिस्तान में रह रहे सिख परिवारों को भारत आने की पेशकश देते हुए हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
इमरान सरकार अगवा हुई सिख लड़की जगजीत कौर को उसके घर वालों के सुपुर्द करने में विफल रही है। उसका जबरन धर्मांतरण करवा कर निकाह करवा दिया गया। कैप्टन ने ट्वीट कर कहा कि पाकिस्तान में इमरान खान की सरकार जगजीत कौर की मदद नहीं कर पाई है। पीड़ित सिख परिवार चाहे तो पंजाब (भारत) में आकर बस जाए। सरकार उनकी पूरी मदद करेगी।
इच्छा के खिलाफ धर्म परिवर्तन करवाना शर्मनाक
इसी बीच केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखकर इस मामले को पाकिस्तान के समक्ष उठाने की मांग की। उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि धर्म किसी का भी निजी मामला है और इच्छा के खिलाफ धर्म परिवर्तन करवाना शर्मनाक है। यह अंतरराष्ट्रीय संगठन द्वारा बनाए गए मानवीय अधिकारों का सरेआम उल्लंघन है। यह विश्व के सभी देशों पर लागू होते हैं, जिनमें पाकिस्तान भी शामिल है। इस घटना ने विश्वभर में सिख समुदाय के लोगों की भावनाओं को आहत किया है।
हिंदू और सिख लड़कियों का अपहरण और उसके बाद धर्म परिवर्तन करवा जबरन निकाह पाकिस्तान में आम बात हो गई है। यही वजह है कि पाकिस्तान में विभाजन के समय ढाई लाख सिख परिवार थे, जिनमें से सात हजार परिवार पाकिस्तान को छोड़ चुके हैं। केंद्रीय मंत्री ने विदेश मंत्रालय से कहा कि वह पाकिस्तान को पीडि़त परिवार को हर संभव सहायता सुनिश्चित करने के लिए आगाह करें।