Edited By Kamini,Updated: 04 Nov, 2024 02:13 PM
महानगर में लड़की की हत्या मामले में बड़ी खुलासा हुआ है। अब्दुल्लापुर बस्ती के आजाद नगर स्थित टेंट वाली गली में लड़की की बेरहमी से हत्या के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है।
लुधियाना : महानगर में लड़की की हत्या मामले में बड़ी खुलासा हुआ है। अब्दुल्लापुर बस्ती के आजाद नगर स्थित टेंट वाली गली में लड़की की बेरहमी से हत्या के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। घटना 30 अक्टूबर की है और लड़की का शव 3 दिन बाद मिला। 21 वर्षीय युवती का संदिग्ध परिस्थितियों में पड़ोसी की किचन कपबोर्ड (अलमारी) से शव मिला। शव की हालत इतनी खराब थी कि बदबू आ रही थी। अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। बच्ची का शव आज परिवार वालों को सौंपा जाएगा। उधर, लड़की की हत्या को लेकर मॉडल टाउन थाने की पुलिस कार्रवाई में जुटी हुई है। रविवार को भी पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जगह-जगह छापेमारी की, लेकिन पुलिस आरोपियों तक नहीं पहुंच सकी।
इस मामले में पुलिस ने लड़की की मां के बयान पर उसके आंगन में रहने वाले विश्वनाथ (उम्र 45) के खिलाफ लड़की की दर्दनाक हत्या के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। सब इंस्पेकटर परमिंदर सिंह ने बताया कि रविवार को 3 डॉक्टरों के बोर्ड ने लड़की के शव का पोस्टमार्टम किया और बाद डॉक्टरों ने सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिया है। आरोपी ने लड़की के साथ दुष्कर्म किया है, लेकिन पुलिस का कहना है कि इसकी पुष्टि रिपोर्ट आने के बाद ही होगी। फिलहाल शुरुआती जांच में पता चला है कि लड़की की गला रेतकर हत्या की गई है और उसके माथे और चेहरे पर चोट के निशान हैं। जिस कंबल में उसका शव पड़ा मिला उसी कंबल में वारदात में इस्तेमाल खंजर रखा था। पुलिस के मुताबिक आरोपी विश्वनाथ फगवाड़ा में एक ट्रांसपोर्ट में बिल्टी काटने का काम करता था। लड़की के शव का सोमवार को अंतिम संस्कार किया जाएगा। परिवार का आरोप है कि पुलिस ने समय पर उनकी सुनवाई नहीं की है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सनसनीखेज खुलासा
सूत्रों के मुताबिक, पीड़िता की गर्दन पर बायीं से दायीं ओर चोट का निशान है। गले पर करीब 26 सेमी का कट पाया गया। पीड़िता के कपड़े भी फॉरेंसिक जांच के लिए भेजे गए हैं। इसके अलावा उसके प्राइवेट पार्ट्स के करीब 10 सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं, जिसकी रिपोर्ट आने के बाद ही साफ हो पाएगा कि उसके साथ रेप हुआ था या नहीं।
शुरू से रखता था गंदी नजर
लड़की की मां ने बताया कि वे पिछले 5 साल से इसी आंगन में रह रहे हैं। उनकी 4 बेटियां और 2 बेटे हैं। एक बेटी की शादी हो चुकी है और 2 छोटी बेटियां और एक बेटा स्कूल में पढ़ रहे हैं। मां-बेटी साहनेवाल स्थित एक ही फैक्ट्री में काम करती हैं। एक भाई स्कूटर मैकेनिक है। लड़की की मां ने पुलिस को बताया कि आरोपी आंगन के सामने किचन में रहता था। उसकी बेटी पर शुरू से ही बुरी नजर थी। उसे कई बार मना भी किया गया था। आरोपियों ने पूरी योजना बनाकर घटना को अंजाम दिया। वह जानता था कि लड़की के पिता विकलांग होने के बावजूद सुनार का काम करते हैं। जिसके चलते उसने अंगूठी बनाने का नाटक किया और बदले में 3 हजार रुपए देने की बात कही, जिसके चलते वह सुबह उसे अपने रिक्शा में अपने साथ ले गया। अपना रिक्शा ढोलेवाल चौक पर एक दुकान में रखा और वहां से ई-रिक्शा लेकर जालंधर बाईपास तक चला गया। उसने उसे वहीं पार्क में बैठाया और यह कहकर चला गया कि वह थोड़ी देर में एक परिचित से पैसे लेकर आएगा और उसे दे देगा।
वापस घर पहुंचकर दिया घटना को अंजाम :
लड़की के पिता को जालंधर बाईपास पार्क में छोड़ने के बाद आरोपी घर लौट आया। उसे पता था कि उसकी मां करीब 8 बजे काम पर चली जाती है और एक बेटा और 2 बेटियां स्कूल चले जाते हैं। एक बेटा भी काम पर जाता है और पिता घर पर ही रहते हैं। घटना वाले दिन लड़की की मां जल्दी काम पर चली गई और उसने अपनी बेटी को घर का काम पूरा करके काम पर आने को कहा, लेकिन इसी बीच आरोपी लड़की को 8 से 9 बजे के बीच कमरे में ले गया और घटना को अंजाम देकर भाग गया।
भाई ने शुरू की तलाश
लड़की के भाई ने बताया कि जब उसकी बहन फैक्ट्री नहीं पहुंची तो फैक्ट्री मालिक ने उसे फोन किया और पूछा कि वह कहां है क्योंकि फैक्ट्री की चाबियां उसके पास थीं। मालिक के फोन के बाद वह अपनी बहन को ढूंढने लगा और कुछ देर बाद उसके पिता भी आ गए। जब वह कहीं नहीं मिली तो वह थाने पहुंचा। वे आरोपियों की तलाश में फगवाड़ा स्थित कुछ ट्रांसपोर्टरों के दफ्तरों में भी गए।
परिजनों ने खुद ढूंढा शव
लड़की के भाई ने बताया कि वह मकान मालकिन की शिकायत करने थाने गया था, लेकिन वहां मौजूद पुलिस अधिकारी ने उसे यह कहकर मना कर दिया कि लड़की 21 साल की है और वह अपनी मर्जी से गई है और शाम को आने को कहा। वे लगातार थाने का चक्कर लगाते रहे, लेकिन हर बार पुलिसकर्मी उन्हें टालते रहे। आरोपी ने फोन भी बंद कर लिया।
तलाशी दौरान दिखा पैर
लड़की के भाई ने बताया कि जब आरोपी घर नहीं लौटा और उसका फोन भी बंद था। उन्होंने मोहला और मालिक को साथ लिया और उसके कमरे का ताला तोड़कर तलाशी ली, लेकिन उस समय कोई भी अलमारी खुली हुई नहीं दिखी। इसके बाद दोबारा ताला लगा दिया। वे 2 दिन तक लगातार आरोपी के कमरे के बाहर बैठे रहे ताकि आरोपी को पकड़ सकें। फिर उन्होंने कुछ लोगों के साथ कमरे की तलाशी ली और अचानक उसकी मां ने सोई में कप-बोर्ड का दरवाजा खोला तो वहां लड़की का पैर दिखाई दिया, उन्होंने पूरा दरवाजा खोला तो देखा कि कंबल में लड़की का शव लपेट कर रखा हुआ था, जिस कारण बदबू भी आने लगी थी और उसके शव की हालत भी खराब हो गई थी। इस मामले में पुलिस मकान मालिक पर एक्शन लेने की तैयारी में है। जानकारी के मुताबिक, जिस मकान में युवती परिवार के साथ रहती थी। वहां आरोपी विश्वनाथ पिछले 15 साल से रह रहा है, लेकिन उसकी वैरिफिकेशन नहीं करवाई गई थी।