Edited By Urmila,Updated: 31 Aug, 2024 05:36 PM
श्री अकाल तख्त साहिब के पांच सिंह साहिबानों द्वारा अपने वेतनभोगी की घोषणा के बाद, शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने आज श्री अकाल तख्त साहिब पेश हुए।
अमृतसर : श्री अकाल तख्त साहिब के पांच सिंह साहिबानों द्वारा अपने वेतनभोगी की घोषणा के बाद, शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने आज श्री अकाल तख्त साहिब पेश हुए, जहां उन्होंने जत्थेदार को एक लिखित स्पष्टीकरण सौंपा। उनके साथ कुछ पूर्व मंत्री भी मौजूद हैं। सुखबीर बादल के साथ पूर्व मंत्री गुलजार सिंह रणीके, दलजीत सिंह चीमा और शरणजीत ढिल्लों भी पहुंचे हैं। सुखबीर सिंह बादल लिखित स्पष्टीकरण देकर वहां से चले गए।
इस दौरान पूर्व कैबिनेट मंत्री और शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब के आदेश के बाद सभी ने आज जत्थेदार को लिखित स्पष्टीकरण सौंप दिया है। उन्हें अपने गुरु पर भरोसा है, वह इंसाफ करेंगे। उन्होंने कहा कि बेशक 15 दिन के अंदर पेश होने के आदेश दिए गए थे लेकिन अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के मन में एक बड़ा बोझ था, जिसके चलते वह आज ही पेश हो गए। उन्होंने कहा कि इस मौके पर सुखबीर सिंह बादल ने जत्थेदार से अपील की है कि जल्द से जल्द पांच सिंह साहिबानों की बैठक बुलाई जाए और फैसला सुनाया जाए।
बता दें कि कल ही पांच सिंह साहिबानों की बैठक में लिए फैसले के बाद सुखबीर बादल को वेतनभोगी घोषित किया गया था और उन्हें 15 दिन के अंदर पेश होने का आदेश दिया गया था। सुखबीर बादल पर अपनी सरकार के दौरान डेरा सिरसा प्रमुख राम रहीम को माफी देने, सुमेध सैनी को डी.जी.पी. नियुक्त करने के अलावा श्री गुरु ग्रंथ साहिब के बेअदबी मामले में कार्रवाई न करने के भी आरोप लगे थे। फैसला सुनाते हुए अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा कि अकाली दल के प्रधान और उपमुख्यमंत्री रहते हुए सुखबीर बादल ने कुछ ऐसे फैसले लिए, जिससे पंथक ढांचे को नुकसान पहुंचा है। सिख पंथ को बहुत नुकसान हुआ। 2007 से 2017 तक के कैबिनेट मंत्रियों को भी अपना स्पष्टीकरण देना चाहिए।
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