Edited By swetha,Updated: 19 Nov, 2019 03:04 PM
बटाला के निकटवर्ती गांव ढिलवां में कुछ लोगों की ओर से रंजिशन पूर्व अकाली सरपंच की गोली मारकर हत्या कर दी गई। ...
बटाला(बेरी): बटाला के निकटवर्ती गांव ढिलवां में कुछ लोगों की ओर से रंजिशन पूर्व अकाली सरपंच की गोली मारकर हत्या कर दी गई। जानकारी देते हुए थाना कोटली सूरत मल्ली के एस.एच.ओ अवतार सिंह कंग ने बताया कि पुलिस को दर्ज करवाए बयानों में मृतक पूर्व अकाली सरपंच दलबीर सिंह ढिलवां के बेटे संदीप सिंह ने बताया कि उसका पिता दलबीर सिंह व चाचा लखविन्द्र सिंह जब प्रतिदिन की तरह विगत रात्रि भी घर के बाहर सैर कर रहे था तो बाहर पोल पर लगे बल्ब के पास पहुंचा तो उसका पिता फोन पर बात करते हुए थोड़ा आगे चला गया।
संदीप सिंह ने बयानों में आगे लिखवाया कि इसी दौरान गांव के ही रहने वाले तीन व्यक्ति मेजर सिंह पुत्र बलविन्द्र सिंह, मनदीप सिंह पुत्र बलविन्द्र सिंह एवं बलविन्द्र सिंह ने अपने 4-5 अज्ञात साथियों के साथ आए और उसके पिता दलबीर सिंह को देखकर कहने लगे कि इनको सांझी जमीन की वट्ट काटने का मजा चिखा दो। इसी रंजिश के चलते उक्त व्यक्तियों ने उसके पिता पर तेजधार हथियारों दातर व सुएं से जहां बलविन्द्र सिंह ने पहले जानलेवा हमला करते हुए उन्हें गंभीर चोटें लगा दी, वहीं साथ ही मनदीप सिंह व मेजर सिंह सहित अज्ञात व्यक्तियों ने उसके पिता दलबीर सिंह को गोलियां मार दी, जिन्हें तुरंत गाड़ी का प्रबंध करके वह पहले कार्पोरेट अस्पताल अमृतसर लेकर गया व बाद में डॉक्टरों ने उन्हें अमनदीप अस्पताल में रैफर कर दिया जहां पर उसके पिता दलबीर सिंह की उपचार दौरान मौत हो गई। एस.एच.ओ ने आगे बताया कि संदीप सिंह के बयानों के आधार पर बनती धाराओं तले मुकद्दमा नं 86 थाना कोटली सूरत मल्ली में उक्त व्यक्तियों के विरुद्ध केस दर्ज करने के बाद इनकी तलाश शुरू कर दी है और मृतक दलबीर सिंह ढिलवां पूर्व अकाली सरपंच का शव कब्जे में लेने के बाद पोस्टमार्टम हेतु सिविल अस्पताल बटाला में भेज दिया गया है।
लंगाह ने किया दुख व्यक्त
घटना की सूचना मिलते ही शिरोमणि अकाली दल बादल के पूर्व जिला प्रधान गुरदासपुर ज. सुच्चा सिंह लंगाह ने मौके पर पहुंच जहां पूर्व अकाली सरपंच दलबीर सिंह ढिलवां की हुई हत्या पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए परिवार के साथ सहानुभूति व्यक्त की, वहीं साथ ही कांग्रेस सरकार के शासनकाल में कानून नाम की कोई चीज न होने की कड़े शब्दों निंदा करते हुए इसे कांगे्रस पार्टी की शह पर की गई हत्या करार दिया।