Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Nov, 2017 01:46 PM
जे.ई.ई. मेन्स परीक्षा की रजिस्ट्रेशन फीस के साथ जी.एस.टी. जुड़ गया है। इस वजह से फीस में बढ़ौतरी हो गई। अब नए फीस स्ट्रक्चर के मुताबिक जो परीक्षा में भाग लेने वाले उम्मीदवार हैं, उन्हें रजिस्ट्रेशन फीस के साथ जी.एस.टी. देना होगा। टैक्सेशन...
पटियाला (प्रतिभा): जे.ई.ई. मेन्स परीक्षा की रजिस्ट्रेशन फीस के साथ जी.एस.टी. जुड़ गया है। इस वजह से फीस में बढ़ौतरी हो गई। अब नए फीस स्ट्रक्चर के मुताबिक जो परीक्षा में भाग लेने वाले उम्मीदवार हैं, उन्हें रजिस्ट्रेशन फीस के साथ जी.एस.टी. देना होगा। टैक्सेशन डिपार्टमैंट के विशेषज्ञों के मुताबिक सॢवस टैक्स के दायरे में यह परीक्षा आ रही है और इस 18 फीसदी टैक्स लगेगा।
यानी 9 फीसदी सैंटर और 9 फीसदी स्टेट का जी.एस.टी. लागू होगा। जे.ई.ई. एडवांस्ड परीक्षा की रजिस्ट्रेशन फीस 2600 रुपए है। अब इसके साथ बनता जी.एस.टी. भी देना होगा। अब इस फैसले से स्टूडैंट्स में नाराजगी है, क्योंकि उनका कहना है कि कम से कम शिक्षा को तो इस दायरे से बाहर रखा जाए। शिक्षा हासिल करना सबका अधिकार है। इन्हें टैक्स में शामिल न किया जाए।
यह फैसला ठीक नहीं है : आकृति
जे.ई.ई. मेन्स की तैयारी कर रही आकृति ने कहा कि यह फैसला ठीक नहीं है। शिक्षा को इतना भी महंगा नहीं करना चाहिए। पहले से ही फीस काफी है, उस पर अब जी.एस.टी. लागू कर दिया गया है जोकि सही नहीं है। सिर्फ जे.ई.ई. मेन्स की रजिस्ट्रेशन पर ही जी.एस.टी. क्यों लगाया गया, समझ नहीं आया।
जी.एस.टी. की वजह से पहले से ही परेशानी है : जिज्ञासा
प्राइवेट इंस्टीच्यूट से जे.ई.ई. मेन्स की कोङ्क्षचग ले रही जिज्ञासा ने कहा कि जी.एस.टी. की वजह से पहले ही काफी परेशानी चल रही है। अभी भी लोगों को यह अ४छे से समझ नहीं आ रहा है। अब सॢवस टैक्स के नाम पर रजिस्ट्रेशन फीस के साथ जी.एस.टी. चार्ज करना सही नहीं है।
सरकार के फैसलों पर क्या कह सकते हैं : प्रणव
वहीं जे.ई.ई. मेन्स की तैयारी कर रहे प्रणव ने कहा कि सरकार के फैसलों पर क्या कह सकते हैं। लोगों के विरोध में फैसले ज्यादा हो रहे हैं। जी.एस.टी. से अभी तक तो यह लगा नहीं कि किसी को खुशी हुई हो। अब कंपीटिटिव एग्जाम की तैयारी को लेकर भी टैक्स शुरू कर दिए हैं। आने वाले समय में पता नहीं और क्या होगा।