Edited By Sunita sarangal,Updated: 23 Sep, 2019 08:38 AM
अफगानी प्याज आने से 10-15 रुपए प्रति किलो भाव हो सकता है कम
जालंधर(शैली): प्याज की पैदावार और बिक्री करने वाली सबसे बड़ी मंडी नासिक, गुजरात व राजस्थान में भारी बारिश व बाढ़ के कारण फसल बुरी तरह से प्रभावित हुई है। एशिया की सबसे बड़ी मंडियों में शामिल मकसूदां नई सब्जी मंडी में 15 दिन में प्याज की आवक में भारी गिरावट दर्ज की गई। इसका असर सीधे रूप से प्याज के दामों पर पड़ा जिससे थोक भाव 38-44 रुपए प्रति किलो व खुदरा में प्याज के भाव 55-60 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गए।
सूत्रों के मुताबिक अफगानिस्तान का प्याज पाकिस्तान के रास्ते अटारी बार्डर पर मंगलवार सुबह तक दस्तक दे सकता है जिससे भारतीय मंडियों मे प्याज के भाव 10-15 रुपए गिरने की संभावना है। अफगानी व्यापारी पाकिस्तान के बाजार तक प्याज पहुंचा चुके हैं, अगर पाकिस्तान में उन्हें प्याज का सही भाव न मिला तो हो सकता है कि भारत में आज सुबह ही अफगानी प्याज पहुंच जाए।
वर्णनीय है कि पाकिस्तान के व्यापारी भारत में अभी कारोबार नहीं कर सकते, लेकिन आपसी संधि के कारण अफगानिस्तान का माल भारत आने से रोक नहीं सकते। अगर कल सुबह तक प्याज अटारी बार्डर पर आ जाता है तो लगातार आमद होती रहेगी व प्याज के भाव आगामी नई फसल आने तक स्थिर हो जाएंगे व नवम्बर माह में नई फसल आते ही प्याज का भाव फिर से 10-12 रुपए प्रति किलो में लौट आएगा।