Edited By Urmila,Updated: 03 Jun, 2023 02:02 PM
सिद्धू और मजीठिया की जफ्फी पर भड़के हुए नजर आए हैं । उन्होंने नवजोत सिद्धू को खरियां-खरियां सुनाई हैं।
पंजाब डेस्क: सिद्धू और मजीठिया की जफ्फी पर भड़के हुए नजर आए हैं । उन्होंने नवजोत सिद्धू को खरियां-खरियां सुनाई हैं। उन्होंने कहा कि ये दोनों ऐसे मिले जैसे 47 के बंटवारे में बिछड़े हुए हैं। पता नहीं इन दोनों में क्या डील हुई है जो पहले 75-25 करते थे अब क्या इनमें क्या समझौत हो गया। उन्होंने कहा कि सिद्धू की जफ्फी रिटायरमेंट का संकेत दे रही है। कांग्रेस कार्यकर्ता सिद्धू की इस हरकत से काफी निराश हैं और जनता कार्यकर्ताओं नेताओं पर विश्वास नहीं करेगी। विधानसभा में तो दोनों एक-दूसरे को गालियां निकालते थे लेकिन अब उनकी जफ्फी से लगता है कि सिद्धू और मजीठिया ने गोडे टेक दिए हैं। दोनों के रवैये से नाराज कांग्रेस सांसद रवनीत बिट्टू ने ट्वीट किया है।
उन्होंने कहा कि यह सरासर राजनीतिक अवसरवादिता है। जब दोनों राजनीतिक विरोधियों को कुछ करके दिखा नहीं पाए तो वे अपने लिखित कार्यों से जनता को चकमा देने की योजना बनाते हैं। उन्होंने कहा कि ये पंक्तितयां उक्त तस्वीर के लिए सही लग रही है, 'राजनीति एक गंदा खेल नहीं है, लेकिन कई राजनेता गंदा खेल खेलते हैं।'
रवनीत बिट्टू ने ट्वीट के जरिए कहा कि 6 वर्ष से नवजोत सिद्धू जी ने रैलियां सिर्फ एक ही बात कर की कि मजीठिया नशा तस्कर ने पंजाब की जवानी खत्म की है। आम जिंदगी में मिलना, हाथ मिलाना अलग चीज है, पर सिद्धू के मजीठिया प्रति आज के रवैये से कांग्रेस के कार्यकर्ता बहुत निराश हैं।
उन्होंने कहा कि आज के दौर में एक सभ्य दुनिया में विरोधी भी हाथ मिलता हैं परंतु एक नम्रता से स्वीकार करने और दोस्ती के ऐलान के बाद एक प्रभावशाली गले मिलने में बहुत अंतर होता है। इस जफ्फी ने कांग्रेस वर्करों को ठेस पहुंचाई है, जो हमारे लिए नशों के व्यापारियों विरुद्ध लड़े हैं।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here
पंजाब की खबरें Instagram पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here