Edited By swetha,Updated: 16 Jul, 2019 02:07 PM
बठिंडा जिले में पड़ रही भारी बारिश ने पिछले 20 सालों का रिकार्ड तोड़ दिया है।
बठिंडा(परमिंद्र): मंगलवार तड़के 3 बजे से शुरू होकर लगातार 5 घंटे भारी बारिश ने बङ्क्षठडा को पूरी तरह डुबो दिया। मौसम विभाग के अनुसार जिले में कुल 161.5 एम.एम. बारिश रिकार्ड हुई, जिसने 20 सालों का रिकार्ड तोड़ दिया जबकि जिला प्रशासन ने 178 एम.एम. बारिश होने की जानकारी दी है। इससे पहले वर्ष 2000 में इतनी अधिक बारिश रिकार्ड हुई थी जबकि 2005 में भी 106 एम.एम. बारिश रिकार्ड हुई थी। बारिश के पानी के कारण महानगर में बाढ़ जैसे हालात बन गए, जिनसे निपटने में जिला प्रशासन व नगर निगम पूरी तरह नाकाम रहा। बारिश के कारण महानगर के अधिकांश हिस्सों में 4 से 5 फुट तक पानी भर गया। बारिश का पानी भरने के कारण बाजार पूरी तरह बंद रहे व सड़कें सुनसान रहीं। भारी जलभराव के कारण कई सड़कों को पूरी तरह बंद करना पड़ा। सिविल लाइन्स क्षेत्र में पानी डिप्टी कमिश्नर, आई.जी., एस.एस.पी. व अन्य अधिकारियों के घरों में घुस गया, जिस कारण उनके घर भी खाली करने पड़े।
महानगर में 4-5 जगहों पर छतें गिरने के अलावा कई दीवारें तथा दुकानों की छतें गिर गईं। इन हादसों में एक बच्चे सहित आधा दर्जन लोग जख्मी हो गए, जिन्हें सहारा जनसेवा के वर्करों ने सिविल अस्पताल पहुंचाया। कुछ जगहों पर दीवारें गिरने से वाहनों को भी नुक्सान पहुंचा। प्रात: 6 बजे नरूआना रोड पर एक कमरे की छत गिर पड़ी, जिससे कमरे में सोए हुए 3 व्यक्ति गंभीर घायल हो गए। सहारा वर्करों ने पहुंचकर घायलों रवि (30), कांता देवी (60) पत्नी हंसराज व अशोक कुमार (28) को सिविल अस्पताल पहुंचाया। स्थानीय अनाज मंडी में एक मजदूर रनदल राय छत पर सोया हुआ था। बारिश के दौरान वह छत से गिरकर जख्मी हो गया। इसी प्रकार अमरपुरा बस्ती गली नं.-5 में एक मकान की छत गिर पड़ी, जिससे प्रीतो कौर और बच्चा रवि (5) गंभीर घायल हो गए।
इधर, बैंक कॉलोनी में एक कमरे की छत गिर गई, जिसमें दिलीप कुमार पुत्र बाबू राम जख्मी हो गया। सहारा वर्करों ने सभी को अस्पताल पहुंचाया। इसके अलावा कोर्ट रोड पर दुकानों के चबूतरे टूटकर गिर गए हालांकि कोई जानी नुक्सान नहीं हुआ। मिनी सचिवालय रोड पर एक दीवार बारिश के कारण गिर गई। उक्त दीवार एक कार पर गिरने के कारण कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।
घरों, थानों व दुकानों में घुसा पानी
भारी बरसात के कारण पूरा शहर जलमग्न हो गया जबकि निचले इलाकों पावर हाऊस रोड, सिविल लाइन्स क्षेत्र, सिरकी बाजार, हाजीरतन, अमरीक सिंह रोड, परसराम नगर, माल रोड, नई बस्ती, वीर कालोनी, धोबीआणा व अन्य कई इलाकों में 4 से 5 फुट तक पानी भर गया। यही नहीं सिरकी बाजार, नई बस्ती, वीर कालोनी, हरबंस नगर व अन्य बाहरी बस्तियों में बड़ी मात्रा में पानी लोगों के घरों व रसोइयों तक में भर गया जिस कारण लोगों का भारी नुक्सान हुआ। दुकानों में पानी घुसने के कारण दुकानदारों को भी नुक्सान झेलना पड़ा। सिविल लाइन्स क्षेत्र में स्थित आई.जी. बठिंडा रेंज की कोठी पूरी तरह पानी में डूब गई व कोठी में खड़ी कारें पानी में तैरती नजर आईं। डिप्टी कमिश्नर बठिंडा की रिहायश में पानी घुसने के कारण उसका सारा सामान सॢकट हाऊस में तबदील करना पड़ा। इसके अलावा महिला थाना, एन.आर.आई. थाना व अन्य सरकारी दफ्तरों में भी पानी भर गया, जिस कारण रिकार्ड का भी नुक्सान हुआ। इसके साथ ही शहर के मानसा रोड, रेलवे रोड व अमरपुरा अंडरब्रिजों में भी भारी मात्रा में पानी भर गया, जिस कारण उनमें से यातायात पूरी तरह बंद रहा।
स्कूल व बाजार रहे बंद
बारिश के कारण पूरा दिन शहर के मुख्य बाजार बंद रहे व लोग भी घरों से कम निकले। मजबूरी में घरों से निकलने वाले लोगों को पानी के कारण मुश्किलों का सामना करना पड़ा। अधिकांश दोपहिया वाहन पानी में बंद पड़ गए व लोगों को उन्हें धक्का लगाकर बाहर निकालना पड़ा। पूरा दिन रिक्शा चालकों की चांदी बनी रही व लोगों को पानी के पार ले जाने के लिए उन्होंने अच्छी कमाई की। सुबह से ही बारिश होने के कारण अधिकांश स्कूल भी बंद रहे व जिन स्कूलों ने छुट्टी नहीं की वहां भी बच्चों की हाजिरी बेहद कम रही। 5 बजे तक भी अधिकांश इलाकों से पानी नहीं निकल पाया जिस कारण लोग घरों में कैद होकर रह गए।
करोड़ों खर्च करने के बाद भी नहीं मिली राहत
बङ्क्षठडा से बरसाती पानी की निकासी व सीवरेज सिस्टम पर करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी लोगों को कोई राहत नहीं मिल सकी। नगर निगम की ओर से त्रिवेणी इंजीनियरिंग कंपनी को 288 करोड़ रुपए का सीवरेज व पानी का प्रोजैक्ट सौंपा हुआ है जो समय पूरा होने के बावजूद मुकम्मल नहीं हो सका। यही नहीं बरसाती व गंदे पानी को शहर से बाहर निकालने के लिए बनाया गया स्लज कैरियर (गंदा नाला) भी हर बरसात के दौरान टूट जाता है जिस कारण शहर से पानी की निकासी नहीं हो पाती। पता चला है कि बरसात के कारण फिर से गांव मेहता के नजदीक स्लज कैरियर में दरार पड़ गई है व इसी कारण इसमें पानी नहीं डाला जा रहा व शहर से पानी की निकासी नहीं हो पा रही।