Edited By Sunita sarangal,Updated: 16 Aug, 2025 04:37 PM

रेलवे अंडरब्रिज और निचले इलाकों में पानी जमा होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
सुल्तानपुर लोधी(धीर): आज सुबह हुई बारिश ने जहां गर्मी से थोड़ी राहत दी है, वहीं शहर घुटनों तक कीचड़ में डूब गया है। मुख्य सड़कों, गलियों, नालियों और मोहल्लों में भरे बारिश के पानी ने नगर परिषद के दावों की पोल खोल दी है।
तलवंडी चौधरियां रोड पर करमजीतपुर से सुल्तानपुर लोधी आने वाली सड़क पर बने अंडरब्रिज में घुटनों तक पानी भर जाने के कारण एक निजी स्कूल वैन (बस) भी पानी में फंस गई और बच्चों को बड़ी मुश्किल से रेस्क्यू करके बाहर निकाला गया। जिससे लगभग 2 घंटे तक यातायात प्रभावित रहा। पिछले 3 सालों से संबंधित प्रशासन पूरे शहर में नई सीवरेज व्यवस्था डालने का ढिंढोरा पीट रहा है, जबकि सीवरेज व्यवस्था के चालू होने की कोई उम्मीद नहीं है।
गौरतलब है कि सुल्तानपुर लोधी में यह बारिश लोगों के लिए आफत बनकर आई है। शहर में तीन साल से चल रहे सीवरेज, वाटर सप्लाई, स्टॉर्म सीवर के काम पूरे न होने से शहरवासियों का जीना दूभर हो गया है और हर शहरवासी की जुबान से यही शब्द निकल रहे हैं कि आखिर शहरवासियों को इस नारकीय जीवन से कब मुक्ति मिलेगी। शहर में तीन साल से भी अधिक समय से बेहद धीमी गति से चल रहे विकास कार्यों ने शहर की एक बदसूरत तस्वीर पेश कर दी है। पूरे शहर की मुख्य सड़कों पर पड़े गड्ढे, टूटी सड़कें, उड़ती धूल, शहर में बने दलदल ने न जाने कितने दुकानदारों का धंधा चौपट कर दिया है, लेकिन ऐसा लगता है कि इस शहर का कोई रखवाला नहीं है जो इस उपेक्षित शहर पर तरस खा सके और लोगों की परेशानियों को समझ सके।
लोगों का कहना है कि सरकार जानबूझकर इस काम में देरी कर रही है और इसे 2027 के चुनावों तक खींचना चाहती है ताकि मतदान के दौरान वोट पाने के लिए विकास कार्यों को दिखाकर लोगों को बेवकूफ बनाया जा सके।
सुल्तानपुर शहर में भारी बारिश से पानी भरा
सुबह हुई भारी बारिश से पूरा शहर जलमग्न हो गया है। रेलवे अंडरब्रिज और निचले इलाकों में पानी जमा होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। शहीद उधम सिंह चौक से सिविल अस्पताल, गुरुद्वारा बेर साहिब तक सड़क पर चार पहिया वाहनों और बड़े लोडेड ट्रकों-ट्रॉलियों का तो कहना ही क्या, चलना भी मुश्किल हो गया है। सड़क के दोनों ओर खोदे गए गड्ढों में बारिश के कारण मिट्टी धंसने से आज सिविल अस्पताल के सामने मक्के से लदे तीन ट्रक पलट गए, जिससे पूरा यातायात ठप हो गया। जाम के कारण श्रद्धालुओं को बस स्टैंड, सिविल अस्पताल और गुरुद्वारा साहिब जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं, आपात स्थिति में मरीजों को सिविल अस्पताल ले जाना भी मुश्किल हो गया। सिविल अस्पताल के बाहर बारिश से बने दलदल के कारण कई वाहन फिसलकर दुर्घटना का शिकार हो गए। घायलों को तुरंत इलाज के लिए सिविल अस्पताल ले जाना पड़ा।
6 घंटे से ज़्यादा समय तक यातायात ठप रहा
शहर में वाहनों के पलटने से 6 घंटे से ज़्यादा समय तक यातायात ठप रहा, लेकिन प्रशासन की उदासीनता से लोगों में भारी रोष व्याप्त हो गया और लोग यह सोचने पर मजबूर हो गए कि आखिरकार प्रशासन ने भी लोगों को उनके रहमोकरम पर छोड़ दिया है। लोगों का कहना है कि प्रशासन लोगों के प्रति अपनी ज़िम्मेदारी निभाने में नाकाम रहा है। लोगों का कहना है कि ऐसे समय में प्रशासन को आगे आकर लोगों की समस्याओं को दूर करने को प्राथमिकता देनी चाहिए थी।
कम से कम 2-3 महीने करना होगा इंतजार
बारिश का मौसम शुरू हो गया है, जिसके कम से कम ढाई महीने तक चलने की संभावना है क्योंकि सावन-भादों में जब बारिश शुरू होती है, तो जल्दी नहीं रुकती, ऐसे में शहरवासियों को कम से कम 2-3 महीने तक इस समस्या से जूझना पड़ेगा। शहर के विभिन्न धार्मिक, सामाजिक और राजनीतिक संगठनों ने सरकार और प्रशासन से शहर में चल रहे इन कार्यों को जल्द पूरा कर लोगों को राहत पहुंचाने की अपील की है।
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