Edited By Vatika,Updated: 26 Nov, 2024 10:56 AM
इस रिलैक्सेशन ग्रुप फोर की प्रमोशन के नियमों को 8 वर्ष से घटाकर सात वर्ष कर दिया गया है।
चंडीगढ़: पंजाब यूनिवर्सिटी (पी.यू.) में लैबोरटेरी एवं टैक्नीकल स्टाफ की प्रोमोशन के लिए नए नियमों पर मुहर लग गई है। नए नियमों के तहत विभिन्न पदों पर प्रोमोशन के लिए अनुभव सीमा एक वर्ष के लिए घटाई गई है। यह मांग टैक्नीकल स्टाफ की लंबे समय से चल रही थी और इस मांग के लिए एक कमेटी भी बनाई गई थी, जो इस पर काम कर रही थी। दिसंबर, 2022 में इस प्रस्ताव पर मुहर लगा दी गई थी। हालांकि फाइनल मुहर अब लगी है। वहीं इन नियमों के फायदे भी स्टाफ को मिलने शुरू हो गए हैं। जानकारी के मुताबिक पी.यू. की ओर से लैबोरटेरी एवं टैक्नीकल स्टाफ की प्रोमोशन के लिए कुछ नियमों में रिलैक्सेशन स्टाफ को दे दिया गया है। इस रिलैक्सेशन ग्रुप फोर की प्रमोशन के नियमों को 8 वर्ष से घटाकर सात वर्ष कर दिया गया है।
अगले 10 वर्षों तक नियमों में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा
जिन उम्मीदवारों ने दसवीं या बारहवीं कक्षा में साइंस की पढ़ाई की है। वहीं ग्रुप फोर के वह उम्मीदवार जिन्हें सात वर्ष का अनुभव पूरा हो गया है वह भी ग्रुप थी में प्रोमोट होने के लिए योग्य होंगे, जबकि पहले यह प्रोमोशन भी आठ वर्ष के अनुभव के बाद होती थी। इसी तरह से जो गुप सैकेंड से ग्रुप वन में प्रोमोशन के लिए अब 7 वर्ष की ही जरूरत होगी। पी.यू. की ओर से एक सर्कुलर जारी किया है जिस सर्कुलर के तहत प्रोमोशन के लिए वर्षों को घटाया गया है, लेकिन साथ ही सर्कुलर में यह भी निर्देश जारी किए गए है जो भी नियमों को लैब टेक्नीशियन के लिए बदलाव किए गए हैं उन्हें अब अगले 10 वर्षों तक कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।