Edited By Subhash Kapoor,Updated: 04 Dec, 2024 11:55 PM
सर्दियों में हौजरी का सीजन शुरू होते ही रेलवे में बुकिंग के लिए भारी मात्रा में माल पहुंचना शुरू हो जाता है। पार्सल विभाग में सीजन के चलते अधिक माल पहुंचने के कारण कुछ एजेंट व र्क्लक मिल कर अंडर वेट का खेल कर रेल विभाग को चूना लगा रहे है।
लुधियाना (गौतम) : सर्दियों में हौजरी का सीजन शुरू होते ही रेलवे में बुकिंग के लिए भारी मात्रा में माल पहुंचना शुरू हो जाता है। पार्सल विभाग में सीजन के चलते अधिक माल पहुंचने के कारण कुछ एजेंट व र्क्लक मिल कर अंडर वेट का खेल कर रेल विभाग को चूना लगा रहे है। इस अंडर वेट के खेल की भनक लगते ही फिरोजपुर मंडल के अधिकारियों के निर्देशों पर स्थानीय अधिकारियो की तरफ से बुकिंग के लिए आए सामान को लेकर जांच की।
मिली जानकारी के अनुसार अधिकारियों को पता चला था कि एक र्क्लक की तरफ से 240 किलोग्राम का नग 90 किलोग्राम बना कर बुक किया गया है, जिस पर अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर उस नग को जब्त कर लिया और संबधित कर्लक से पूछताछ भी की। उसके बाद स्थानीय अधिकारियों की तरफ से मौके पर बुकिंग के लिए पड़े नगों के भार की जांच की गई, जिसमें विभाग की तरफ से बुक किए हुए नग भी थे। इस दौरान बुक किए गए सामान की जांच की गई तो अधिकारियों की तरफ से दो दर्जन के करीब नगों का भार अधिक पाया गया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आला अधिकारियों की तरफ से स्थानीय अधिकारियों को औचक निरीक्षण करने के आदेश दिए गए है, जब कि स्थानीय अधिकारियों की तरफ से ओवर वेट नगों की लिस्ट बना कर आला अधिकारियो को भेज दी गई है और जिन एजेंटों की तरफ से नग बुक करवाए गए है, उनकी लिस्ट बना कर भी अधिकारियों की तरफ से भेजी गई है। अधिकारियों का कहना है कि रिपोर्ट के अनुसार इस खेल के चलते स्थानीय एक अधिकारी पर गाज गिर सकती है, जिसे विभाग की तरफ से चार्ज शीट देने की तैयारी की जा रही है।
प्राइवेट एजेंट र्क्लक से मिल कर संभाल रहा है काम
स्थानीय पार्सल विभाग में एक प्राइवेट एजेंट र्क्लक से मिल कर रेल विभाग का काम संभाल रहा है। संबधित कर्लक सिर्फ सीट पर बैठता है जब कि नग तोलने से लेकर बुकिंग तक काम उक्त एजेंट की तरफ से किया जाता है और उसकी मर्जी के बिना अन्य एजेंटों का माल भी बुक नहीं होता। हालांकि इस संबंध में एजेंट व र्क्लक की कारगुजारी को लेकर कई बार स्थानीय अधिकारियों को शिकायत भी की गई है, लेकिन उक्त क्लर्क की पहुंच के चलते स्थानीय अधिकारी भी दबाव में रहते हैं।