Edited By Urmila,Updated: 22 Apr, 2022 03:24 PM
भारत से वैसाखी के पर्व पर 1949 श्रद्धालु पाकिस्तान के पंजा साहिब व ननकाना साहिब सहित अन्य धार्मिक स्थलों पर माथा टेकने गया जत्था आज अटारी वाघा रास्ते भारत पहुंचा जिसमे लगभग 40 श्रदालु भारत की...
अमृतसर (गुरिन्दर सागर): भारत से वैसाखी के पर्व पर 1949 श्रद्धालु पाकिस्तान के पंजा साहिब व ननकाना साहिब सहित अन्य धार्मिक स्थलों पर माथा टेकने गया जत्था आज अटारी वाघा रास्ते भारत पहुंचा जिसमे लगभग 40 श्रदालु भारत की सरहद पर पुहंच चुके हैं। इस मौके श्रदालुओं का कहना है कि वह शुक्रगुजार है कि उन्हें उनके गुरुधामो के दर्शन करने का मौका मिला है वह दोनों सरकारों के शुक्रगुजार है।
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बैसाखी के मौके पाकिस्तान गुरुधामो के दर्शन कर बैसाखी मनाने गया जत्था आज अटारी वाघा रास्ते भारत पहुंचा। 1949 के करीब श्रद्धालु 12 अप्रैल को अटारी वाघा बॉर्डर से पाकिस्तान के लिए रवाना हुए थे। 13 अप्रैल को पाकिस्तान में एक श्रद्धालु की हार्ट अटैक से मौत हो जाने के कारण 14 अप्रैल को उसकी मृतक देह भारत लाई गई। आज 1948 के करीब श्रदालु भारत वापसी कर रहे हैं अभी तक 40 श्रदालु अटारी बाघा सरहद पार कर चुके है। इस मौके प्रोटोकॉल अधिकारी अरुण पाल ने बताया कि 12 तारीख को 1949 श्रद्धालु पाकिस्तान धार्मिक स्थलों पर माथा टेकने गए थे जिनमें से एक श्रद्धालु की मौत हो जाने के कारण उसकी मृतक शरीर 14 अप्रैल को भारत भेजा गया था। आज 1948 श्रद्धालु आज वापिस आ रहे है जिनमे से 40 से ज्यादा श्रद्धालु वापिस आ चुके है जबकि बाकी शाम तक पहुंच जाएंगे। जांच अधिकारी का कहना है कि श्रद्धालुओं की सहूलियत के लिए एसजीपीसी की ओर से बसें लगाई गई है। जो श्रद्धालु वापिस आए हैं उनका कहना है कि उन्हें खुशी है कि वह अपने गुरुधामो के दर्शन करने का सौभग्य उन्हें मिला है वह भारत सरकार और पाक सरकार का धन्यवाद करते है।
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