Edited By Vatika,Updated: 07 Oct, 2020 09:16 AM
पंजाब में सोमवार को कोरोना के 637 नए मरीज सामने आए, जोकि राहत भरी खबर रही, मगर साथ ही 26 मरीजों के दम तोड़ देने की सूचना से राज्य में मृत्युदर 3.06 प्रतिशत पहुंच जाना झकझोर देने वाली खबर रही।
जालंधर(विशेष): पंजाब में सोमवार को कोरोना के 637 नए मरीज सामने आए, जोकि राहत भरी खबर रही, मगर साथ ही 26 मरीजों के दम तोड़ देने की सूचना से राज्य में मृत्युदर 3.06 प्रतिशत पहुंच जाना झकझोर देने वाली खबर रही। पंजाब में यह मृत्यु दर महाराष्ट्र के मुकाबले .42 प्रतिशत अधिक (3.06-2.64) है, जबकि विश्व भर में कोरोना के कारण हो रही मृत्यु की दर 2.93 प्रतिशत से कहीं ज्यादा थी। यह मृत्युदर पंजाब के लिए बेहद चिंता का विषय तो है ही साथ में प्रदेश सरकार के बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के दावों की पोल भी खोलती प्रतीत होती है।
प्रदेश में सोमवार को कोरोना संक्रमित कुल मरीजों का आंकड़ा 1,16,978 था। इनमें से 1,00,420 लोग ठीक होकर घरों को जा चुके हैं और 3591 लोग कोरोना से जंग हार चुके हैं। उल्लेखनीय है कि पंजाब में 31 अगस्त तक 1494 लोगों की मौत कोरोना संक्रमण के कारण हुई थी, वहीं 31 अगस्त के बाद 5 अक्तूबर तक 3591 लोगों की मौत संक्रमण से हो चुकी है। मतलब 31 अगस्त के बाद हमने हर रोज औसतन 59 लोगों को प्रदेश में खो दिया है। पंजाब सरकार के स्वास्थ्य बुलेटिन के मुताबिक अभी भी 312 लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। इनमें 38 मरीज वैंटीलेटर और 274 मरीज आक्सीजन सपोर्ट पर हैं। वहीं मंगलवार को लुधियाना में 11 लोगों ने कोरोना से लड़ते हुए जंग हार दी। इनमें 7 मरीज दूसरे जिलों के बताए जा रहे हैं। इसी तरह अमृतसर में 2 और रोगियों की मौत हो गई। अमृतसर में अब तक 399 रोगियों की कोरोना से मौत हो चुकी है। पंजाब में सबसे ’यादा मौतें लुधियाना में हुई हैं। अब तक 782 कोरोना संक्रमितों की मौत लुधियाना में हो चुकी है। दूसरे नंबर पर जालंधर है, जहां अब तक 417 मरीज दम तोड़ चुके हैं।