Edited By Vatika,Updated: 30 Jul, 2025 11:01 AM

इसी को देखते हुए डाक विभाग ने पंजाब में कर्मचारियों की ड्यूटी टाइमिंग
चंडीगढ़: रक्षाबंधन के त्यौहार ने पंजाब में डाक विभाग को भी पूरी तरह से सतर्क कर दिया है। 9 अगस्त को मनाए जाने वाले भाई-बहन के इस प्यार के पर्व के लिए बहनों ने विदेशों में रहने वाले अपने भाइयों को राखियां भेजनी शुरू कर दी हैं। इस त्योहार को लेकर डाकघरों में गतिविधियां तेज़ हो गई हैं। विदेश भेजी जाने वाली राखियों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। इसी को देखते हुए डाक विभाग ने पंजाब में कर्मचारियों की ड्यूटी टाइमिंग में बदलाव किया है। अब मुख्य डाकघरों में सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक काम हो रहा है।
जी.पी.ओ. में विशेष काउंटर और रोज़ाना चेकिंग
जनरल पोस्ट ऑफिस (GPO) में राखियों के लिए विशेष काउंटर बनाए गए हैं और भेजी गई राखियों की तुरंत प्रोसेसिंग के लिए रोज़ाना जांच की जा रही है। अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, रोमानिया, दुबई जैसे देशों के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं ताकि राखियां समय पर अपने गंतव्य तक पहुंच सकें। यह व्यवस्था न सिर्फ भाई-बहन के रिश्ते को मजबूत कर रही है, बल्कि डाक विभाग की सक्रियता भी दर्शा रही है।
डाक विभाग की विशेष व्यवस्था, ड्यूटी घंटे भी बढ़े
रक्षाबंधन को ध्यान में रखते हुए पंजाब के डाकघरों में कर्मचारियों के ड्यूटी टाइम में बदलाव किया गया है। अब कर्मचारी सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक ड्यूटी निभा रहे हैं। राखी डाक की बढ़ती मांग को देखते हुए यह फैसला लिया गया है।
राखी के लिए विशेष ड्रॉप बॉक्स, रोज़ाना जांच
GPO में विशेष रूप से एक 'राखी ड्रॉप बॉक्स' लगाया गया है। इसमें डाली गई राखियों की रोज़ाना जांच और छंटाई की जाती है ताकि उन्हें देश और विदेश में सही समय पर भेजा जा सके।
20 हज़ार से अधिक राखियां भेजी जा चुकी हैं
डाक विभाग के आंकड़ों के अनुसार अब तक 20 हज़ार से अधिक राखियां भेजी जा चुकी हैं। प्रतिदिन लगभग 800 राखियों को देश के विभिन्न हिस्सों और विदेशों में भेजा जा रहा है।
विदेश भेजने के लिए विशेष काउंटर और ज़रूरी प्रबंध
पोस्टमास्टर सुधीर कुमार के अनुसार अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, रोमानिया, दुबई आदि देशों के लिए विशेष लॉजिस्टिक सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई हैं। चंडीगढ़ स्थित GPO में 4 विशेष काउंटर खोले गए हैं, जहां राखी को तुरंत रजिस्टर कर भेजने की प्रक्रिया पूरी की जाती है।
एक महीने पहले शुरू हुई तैयारियां
सुधीर कुमार ने बताया कि डाक विभाग ने एक महीना पहले ही अपनी तैयारियां शुरू कर दी थीं। इसी कारण अब राखियां 7 दिनों में विदेशों में पहुंच रही हैं, जबकि पहले इसमें 10-15 दिन लगते थे।
भाई-बहन के जज़्बातों को जिम्मेदारी से पहुंचा रहा है डाक विभाग
राखी केवल धागा नहीं, बल्कि प्यार, सुरक्षा और यादों का बंधन है। विदेशों में रहने वाले भाइयों के लिए बहनों द्वारा भेजी गई राखियों को सही समय पर पहुंचाकर डाक विभाग इस रिश्ते की गरिमा को बनाए रखने में अहम भूमिका निभा रहा है।