Edited By Vatika,Updated: 10 Feb, 2025 12:27 PM
![punjab electricity board](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_17_23_115445835electricityconsumers.jp-ll.jpg)
फिरोजपुर शहर में बंद पड़े घरों के बिजली मीटरों से करवाई जा रही है बिजली की चोरी
फिरोजपुर(कुमार) : फिरोजपुर शहर में बिजली बोर्ड विभाग द्वारा जनता और बिजली बोर्ड विभाग को चूना लगाने के लिए एक नया तरीका निकाला गया है और शहर में जहां कहीं भी लंबे समय से मकान बंद पड़े हुए हैं उनके बिजली मीटरों में और घरों की तारें लगा कर कथित मिली भगत से बिजली की चोरी करवाई जा रही है और यह मामला बिजली बोर्ड के उच्च अधिकारियों के नोटिस में आने के बावजूद भी यह घोटाला करने वालों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की जा रही। यह आरोप लगाते हुए फिरोजपुर शहर के व्यापारी अशोक कुमार अग्रवाल और सुरेंद्र कुमार पुत्र प्रेमशील बाजार लोहारा फिरोजपुर शहर ने बताया कि उन्होंने मोहल्ला पीरावाला में एक खस्ता हालत में मकान खरीदा था जिसमें कुंदन लाल के नाम पर बिजली का मीटर अकाउंट नंबर 300842356 लगा हुआ है। उन्होंने बताया कि उन्होंने यह घर जुलाई 2023 में खरीदा था और तब इसके सारे बिल क्लियर कर दिए थे और उसके बाद उन्होंने कभी भी बिजली का प्रयोग नहीं किया और तब से यह घर बंद पड़ा हुआ था।
11 नवंबर 2024 को 9860 रुपए का यह बिल भरना पड़ा
उन्होंने बताया कि अचानक उन्हें नवंबर 2024 में बिजली बोर्ड विभाग की ओर से 9860 रुपए का बिल भेज दिया गया मगर उन्होंने लिखित तौर पर एस.डी.ओ. सब डिवीजन फिरोजपुर सिटी और अन्य उच्च अधिकारियों को मेल भेज कर और मिलकर बताया कि उनका यह घर बंद पड़ा है और उन्होंने कभी भी इस घर में बिजली की खपत नहीं की, मगर अधिकारियों के मजबूर करने पर उनको 11 नवंबर 2024 को 9860 रुपए का यह बिल भरना पड़ा। अशोक कुमार और सुरेंद्र कुमार ने बताया कि उनकी ओर से अधिकारियों से मांग की गई कि जब इस घर में बिजली चलाई ही नहीं तो उनका बिल कैसे आ गया। इस बात की जांच की जाए तो एस.डी.ओ. की ओर से जांच करने के लिए अपने किसी कर्मचारी को भेजा गया जिसने जाकर देखा कि जिस बक्से में यह मीटर लगा हुआ था वहां पर यह मीटर नहीं था और यह मीटर उसके साथ वाले बक्से में लगाया हुआ था जिसमें से किसी और के घर की तारें लगी हुई थी। अशोक कुमार ने बताया कि इसके बाद इनफोर्समैंट के एक्सियन इंजीनियर तेजिंदरपाल सिंह भी वहां पर पहुंचे जिन्होंने चेकिंग करके अपनी सारी रिपोर्ट दी मगर इसके बावजूद भी बिजली बोर्ड फिरोजपुर के अधिकारियों ने दी गई शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की।
बिजली की सप्लाई किसी और को देकर किया बड़ा धोखा
उन्होंने बताया कि उनके द्वारा बिजली बोर्ड विभाग को बिजली कब यह कनेक्शन डिस्कनेक्ट करने के लिए प्रार्थना की गई और विभाग के अधिकारियों ने कहा कि पहले 4500 रुपए और जमा करवाओ उसके बाद यह मीटर डिस्कनेक्ट किया जाएगा उन्होंने तो 2 दिसंबर 2024 को 4500 और भरने के बाद उनका यह मीटर डिस्कनेक्ट किया गया है। उन्होंने हैरानी प्रकट करते हुए कहा के यह मामला चीफ इंजीनियर तक पहुंचने के बावजूद भी आज तक उन्हें यह नहीं बताया गया कि उनका मीटर किस अधिकारी के आदेश पर बिना बताए साथ वाले बक्से में शिफ्ट किया गया था और उसे मीटर में किस घर की तारें लगाकर उससे बिजली दी जा रही थी। अशोक कुमार और उनके भाई ने बताया कि फिरोजपुर में ऐसी बहुत सी घटनाएं हो चुकी है और जिस एरिया में भी कोई मकान बंद पड़ा हुआ है तो एक षड्यंत्र के तहत उस मीटर से बिजली की सप्लाई किसी और लोगों को देकर लोगों के साथ बहुत बड़ा धोखा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज तक उनकी शिकायत पर कार्रवाई न होना यह दर्शाता है कि इस बहुत बड़े घोटाले में बहुत बड़े-बड़े अधिकारी भी शामिल हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि अब वह इस मामले की जांच करवाने के लिए पंजाब पुलिस और विजिलैंस पंजाब के पास शिकायत करेंगे और अगर फिर भी इंसाफ नहीं मिला तो पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटा आएंगे।
दूसरी और अपराध एवं भ्रष्टाचार निवारण परिषद के पंजाब प्रधान यशपाल ग्रोवर ने जारी प्रेस अभियान में फिरोजपुर के बिजली बोर्ड विभाग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि अधिकारियों का लोगों को निर्विघ्न बिजली सप्लाई करवाने की और कोई ध्यान नहीं है। शहर में लोगों के घरों के बाहर लगे हुए मीटरों के बक्से खुले पड़े हैं और जहां पर मीटर इंस्टॉल किए गए हैं वह बक्से टूटे पड़े हैं। उन्होंने कहा कि शहर के हर गली मोहल्ले में जगह-जगह पर बिजली की तारे लटक रही है, बिजली मीटर की रीडिंग लेने आए बिजली कर्मचारियों की यह ड्यूटी बनती है कि वह मीटर की रीडिंग लेने उपरांत उस मीटर के बक्से को बंद करके ताला लगाए और जहां पर मीटर इंस्टॉल किए गए हैं वहां पर बाकायदा चेक करें कि क्या कहीं बिजली चोरी की कोई घटनाए तो नहीं हो रही। उन्होंने कहा कि उनकी संस्था सभी गली मुहललो और बाजारों की फोटोग्राफी करके इस मामले को पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट तक ले जाएगी ।