Edited By Urmila,Updated: 17 Dec, 2024 06:05 PM
भदौड़ कस्बे के पास स्थित संधूकला गांव में भारत माला प्रोजेक्ट के तहत बनाई जा रही सड़क को लेकर ग्रामीणों में भारी रोष देखने को मिला।
बरनाला/भदौड़ (विवेक सिंधवानी): भदौड़ कस्बे के पास स्थित संधूकला गांव में भारत माला प्रोजेक्ट के तहत बनाई जा रही सड़क को लेकर ग्रामीणों में भारी रोष देखने को मिला। इसी के चलते आज सुबह करीब 10 बजे गांव के निवासी जीवन सिंह, जगतार सिंह और सुखप्रीत सिंह हाई वोल्टेज बिजली के खंभे पर चढ़ गए।
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, भारत माला परियोजना के तहत बन रही नई सड़क गांव संधूकला के बीच से गुजर रही है। इस सड़क निर्माण की वजह से सुखपाल सिंह पुत्र कर्नेल सिंह का घर, जगतार सिंह पुत्र सुलक्षण सिंह की जमीन और राज सिंह की कोठी प्रभावित हो रही है। ग्रामीणों का आरोप है कि उन्हें मुआवजे की पूरी राशि अब तक नहीं मिली है। इसी कारण उन्होंने परियोजना का विरोध किया।
ग्रामीणों के अनुसार, जब पुलिस प्रशासन ने प्रभावित परिवारों के कुछ सदस्यों को हिरासत में लिया, तो इसके विरोध में जीवन सिंह, जगतार सिंह और सुखप्रीत सिंह हाई वोल्टेज बिजली टावर पर चढ़ गए। इन लोगों ने साफ कहा कि जब तक उन्हें मुआवजे की पूरी राशि नहीं मिल जाती और पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए लोगों को रिहा नहीं किया जाता, तब तक उनका विरोध जारी रहेगा।
किसान यूनियन का समर्थन
जैसे ही इस घटना की जानकारी भारतीय किसान यूनियन (उगराहा) को मिली, उन्होंने तुरंत मामले में हस्तक्षेप किया। जिला प्रधान चमकौर सिंह, ब्लॉक प्रधान सुखदेव सिंह भोताना और नेता भोला सिंह गिल की अगुवाई में किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने संधूकला गांव के बस स्टैंड पर धरना शुरू कर दिया। धरने के दबाव के चलते पुलिस प्रशासन ने हिरासत में लिए गए लोगों को रिहा कर दिया। इसके बाद किसान यूनियन के नेताओं ने जीवन सिंह, जगतार सिंह और सुखप्रीत सिंह को हाई वोल्टेज बिजली टावर से नीचे उतारने में मदद की।
पुलिस प्रशासन का बयान
इस पूरे मामले को लेकर थाना भदौड़ के एस.एच.ओ. यादविंदर सिंह ने बयान देते हुए कहा कि किसी को भी हिरासत में नहीं लिया गया था। जब उनसे पूछा गया कि लोग बिजली के टावर पर क्यों चढ़े, तो उन्होंने कहा कि स्थिति को अब नियंत्रित कर लिया गया है और सभी व्यक्तियों को सुरक्षित नीचे उतार लिया गया है।
ग्रामीणों की मांग
ग्रामीणों का कहना है कि जब तक मुआवजे की संपूर्ण राशि नहीं मिलती, तब तक उनका विरोध जारी रहेगा। उनका आरोप है कि प्रशासन ने उन्हें भरोसा दिलाया था कि उचित मुआवजा दिया जाएगा, लेकिन अब तक इस वादे को पूरा नहीं किया गया है।
किसान यूनियन की चेतावनी
भारतीय किसान यूनियन (उगराहा) के नेताओं ने चेतावनी दी है कि यदि प्रभावित परिवारों को जल्द से जल्द न्याय नहीं मिला, तो उनका संघर्ष और तेज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुआवजे की राशि ग्रामीणों का हक है और सरकार को इसे तुरंत प्रदान करना चाहिए।
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