Edited By Vatika,Updated: 03 Sep, 2025 09:39 AM

पिछले कई दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण सभी नदी नाले पानी से लबालब है।
पंजाब डेस्कः पिछले कई दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण सभी नदी नाले पानी से लबालब है। उधर रोपड़ से छोड़े गए पानी तथा भारी बरसात के कारण सतलुज दरिया का पानी का स्तर ख़तरे के निशान के ऊपर चल रहा है। जिसके कारण दरिया के किनारे पर बसे इलाकों के लिए ख़तरा पैदा हो गया है। उधर जालंधर में भी दरिया के किनारे रह रहे लोगों को प्रशासन ने सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा है।
प्रशासन की तरफ़ से इस संबंध में हर तरह का एहतियात बरता जा रहा है। जानकारी मिली है कि देर रात सेना को बुला लिया गया है ताकि बांध की सुरक्षा को पुख़्ता किया जा सके। पता चला है कि सतलुज का बहाव तेज होने के कारण फिल्लौर के पास सतलुज के किनारों के लिए खतरा बढ़ गया है। प्रशासन की तरफ़ से सेना की तैनाती के बाद जहां बांध टूटने की संभावना थी वहां पर बचाव के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। फ़िलहाल फिल्लौर के इलाक़े में संघवाल गाँव के पास बाँध टूटने की संभावना बनी हुई थी जिसके कारण आर्मी तैनात की गई है। उधर शाह कोट के इलाक़े में भी NDRF को तैनात किया गया है। इस संबंध में पंजाब केसरी की तरफ़ से DC हिमांशु अग्रवाल से बात की गई तो उन्होंने सेना की तैनाती की पुष्टि की है लेकिन साथ ही उन्होंने यह कहा कि अभी तक स्थिति नियंत्रण में है। DC अग्रवाल ने कहा कि एहतियात के तौर पर सेना को तैनात किया गया है। संघोवाल गाँव के पास पानी के तेज बहाव के कारण ख़तरा ज़रूर पैदा हुआ है लेकिन फ़िलहाल प्रशासन तथा आर्मी की तरफ़ से मिलकर स्थिति को नियंत्रण में करने की कोशिश की जा रही है।
ग़ौरतलब है कि पिछले कुछ समय से सतलुज दरिया का पानी का स्तर काफ़ी बढ़ गया है। रोपड़ से काफ़ी बड़ी मात्रा में दो दिन पहले पानी छोड़ा गया था लेकिन अब 55 हज़ार क्यूसिक के करीब पानी छोड़ा जा रहा है जो फ़िलहाल सामान्य हैं लेकिन आस पास के इलाकों में हो रही भारी बारिश के कारण दरिया पानी का बहाव तेज हो रहा है। फ़िलहाल ख़बर लिखे जाने तक जालंधर में सतलुज दरिया को लेकर स्थिति नियंत्रण में है और प्रशासन तथा सेना मुस्तैदी से जुटी हुई है। DC हिमांशु अग्रवाल ये नहीं सतलुज के किनारे पर निचले इलाकों में रह रहे लोगों से एक बार फिर से अपील की है कि वह सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं क्योंकि दरिया में पानी का स्तर काफ़ी ऊँचा है इसलिए एहतियात बरतना ज़रूरी है।