Edited By Subhash Kapoor,Updated: 01 Sep, 2025 07:36 PM

भारी बारिश के चलते सतलुज दरिया का पानी तेज़ी से बह रहा है और प्रशासन ने जालंधर में बाढ़ के खतरे को देखते हुए एडवांस एडवाइजरी जारी कर दी है। जिला कलेक्टर (डी.सी.) ने कहा है कि अगले 12 से 14 घंटों के भीतर फिल्लौर और आसपास के कुछ इलाकों में पानी भरने...
जालंधर: भारी बारिश के चलते सतलुज दरिया में पानी का बहाव और तेज हो गया है, जिसके चलते जालंधर प्रशासन की तरफ से बाढ़ के खतरे को भांपते हुए एडवांस एडवाइजरी जारी कर दी है। जिला कलेक्टर (डी.सी.) ने कहा है कि अगले 12 से 14 घंटों के भीतर फिल्लौर और आसपास के कुछ इलाकों में पानी भरने की संभावना है। उन्होंने लोगों से शांत रहने और प्रशासन द्वारा दिए जा रहे निर्देशों का पालन करने की अपील की है।
डी.सी. ने बताया कि पिछले कुछ घंटों से लगातार बारिश होने के कारण नदियों और नालों का पानी सतलुज में तेजी से जा रहा है। इसका प्रभाव फिल्लौर और आसपास के गांवों पर पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि वैसे तो पानी आने की संभावना बहुत कम है, लेकिन हो सकता है सतलुज में बहाव तेज होने से कुछ क्षेत्रों में पानी आ जाए। फिलहाल सभी प्रभावित इलाकों में प्रशासनिक टीमें सतर्कता बनाए हुए हैं और बांधों पर लगातार नजर रख रही हैं।
बाढ़ के मद्देनजर शहर में कई रिलीफ सेंटर भी स्थापित किए गए हैं, जहां जरूरतमंद लोग सुरक्षित रूप से शरण ले सकते हैं। डी.सी. ने सभी नागरिकों से अनुरोध किया है कि वे खतरनाक क्षेत्रों जैसे नदी किनारे, नालों और पुलों के आसपास जाने से बचें और यदि प्रशासन की ओर से सुरक्षित स्थान पर जाने का निर्देश दिया जाए, तो उसका पालन करें।
प्रशासन ने यह भी जानकारी दी है कि किसी भी प्रकार की आपात स्थिति के लिए राहत और बचाव कार्य तत्काल शुरू किया जाएगा। डी.सी. ने कहा, "लोगों को घबराने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन सतर्क रहना जरूरी है। हमारी सभी टीमें और विभाग बाढ़ की स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं और जरूरत पड़ने पर तुरंत राहत एवं बचाव कार्य करेंगे।" डी.सी. ने कहा कि यदि प्रशासन आपको ऊंचे स्थानों पर जाने की सलाह देता है, तो तुरन्त ऊंचे स्थानों पर चले जाएं। वहीं आपके पशुओं व अन्य सामान की जिम्मेदारी प्रशासन की रहेगी।
स्थानीय प्रशासन ने नागरिकों से हेल्पलाइन नंबरों के जरिए संपर्क बनाए रखने और किसी भी असामान्य स्थिति की सूचना तुरंत देने का अनुरोध किया है। साथ ही, उन्होंने कहा कि पानी के बहाव और मौसम की स्थिति पर लगातार अपडेट जारी किए जाएंगे।