Edited By Vatika,Updated: 25 Aug, 2025 12:33 PM

इस कदम से शहर की जल निकासी पूरी तरह से ठप हो गई, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए।
बरनाला(विवेक सिंधवानी, रवि): बरनाला शहर में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण स्थिति विकट हो गई है। सड़कों और गलियों में पानी भर गया, जिससे सामान्य जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया। इन विकट हालात के बीच, शहर से पानी निकालने की व्यवस्था को उस समय और भी बड़ा झटका लगा, जब हड़ताल पर चल रहे सीवरेज कर्मचारियों ने बजाखाना रोड पर स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) सेंटर की मोटरों की बिजली सप्लाई काट दी। इस कदम से शहर की जल निकासी पूरी तरह से ठप्प हो गई, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए।
सीवरेज बोर्ड अधिकारी ने की पुष्टि, लोगों में आक्रोश
सीवरेज बोर्ड के एक्सईएन सुखविंदर सिंह धालीवाल ने इस घटना की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि कर्मचारियों ने जानबूझकर मोटरों की बिजली बंद कर दी, जिससे बारिश का पानी शहर के अंदर ही जमा होना शुरू हो गया। शहरवासियों ने इस पर गहरा रोष व्यक्त किया। उनका कहना था कि कुछ लोगों की मनमानी और आपसी विवाद के कारण पूरे शहर को इस आपदा का सामना करना पड़ रहा है। लोगों ने प्रशासन से तुरंत कार्रवाई की मांग करते हुए सवाल उठाया कि क्या कुछ लोगों की जिद के कारण पूरे शहर को पानी में डूबने दिया जाएगा? शहर के विभिन्न हिस्सों में घरों और दुकानों में पानी घुस गया। सुबह काम पर जाने वाले लोगों और स्कूली बच्चों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा, क्योंकि सड़कें पूरी तरह जलमग्न थीं। यातायात पूरी तरह से ठप हो गया, और कई वाहन सड़कों के बीच में ही फंस गए।
पंजाब केसरी की खबर पर डीसी का त्वरित एक्शन
जैसे ही इस गंभीर स्थिति के बारे में 'पंजाब केसरी' ने सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी दी, बरनाला के डिप्टी कमिश्नर श्री टी. बेनिथ ने तुरंत इसका संज्ञान लिया। उन्होंने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए बिना देर किए एक्शन मोड में आ गए। उन्होंने तुरंत संबंधित अधिकारियों की एक आपातकालीन बैठक बुलाई, जिसमें हड़ताल पर चल रहे सीवरेज कर्मचारियों के प्रतिनिधियों को भी बुलाया गया। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य समस्या का समाधान निकालना और शहर में जल निकासी व्यवस्था को तुरंत बहाल करना था।
एसटीपी पर जनरेटर से शुरू हुई मोटरों की सप्लाई
डीपटी कमिश्नर श्री टी बेनिथ ने केवल बैठक बुलाने तक ही सीमित नहीं रहे, बल्कि उन्होंने मौके पर भी त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की। उन्होंने तुरंत एसटीपी सेंटर पर जनरेटर की मदद से मोटरों को चालू करवाया। इस कदम से पानी की निकासी का काम फिर से शुरू हो गया, जिससे लोगों को काफी राहत मिली। डिप्टी कमिश्नर ने स्वयं सोशल मीडिया पर इस कार्रवाई की जानकारी दी और बताया कि शहर की स्थिति को सामान्य करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। इस घटना ने एक बार फिर शहर की जल निकासी प्रणाली की कमजोरियों को उजागर किया है। लोगों का कहना है कि प्रशासन को हर साल होने वाली इस समस्या का कोई स्थायी हल निकालना चाहिए। उन्हें उम्मीद है कि इस बार डिप्टी कमिश्नर द्वारा उठाए गए कदमों के बाद भविष्य में ऐसी स्थिति उत्पन्न नहीं होगी। प्रशासन ने भी कहा है कि वे स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए हैं और शहर में पानी की निकासी को सुनिश्चित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठा रहे हैं।