Edited By Kalash,Updated: 05 Aug, 2024 05:28 PM
फाजिल्का के गांव मामूखेड़ा में लूटपाट ओर चोरी की वारदातों का इतना खौफ हो गया है कि गांव के लोगों ने अब रात से समय घरों से बाहर निकलना बंद कर दिया है।
फाजिल्का: फाजिल्का के गांव मामूखेड़ा में लूटपाट ओर चोरी की वारदातों का इतना खौफ हो गया है कि गांव के लोगों ने अब रात से समय घरों से बाहर निकलना बंद कर दिया है। इतना ही नहीं गांव के डॉक्टर भी अब मोबाइल बंद करके सोते हैं ताकि रात में किसी को दवा देने न जाना पड़े। लोगों का कहना है कि इलाके में लुटेरों ने फरमान जारी किया है कि उनके हाथ आए व्यक्ति की जेब से अगर एक हजार रुपये से कम पैसे निकले तो लूटपाट के साथ-साथ मारपीट भी की जाएगी।
गांव के आर.एम.पी. डॉ. ओम प्रकाश ने बताया कि गांव में बिक रहा नशा युवा पीढ़ी को बर्बाद कर रहा है। उन्होंने बताया कि रात के समय लुटेरों ने एक-दो बार उनका पीछा किया पर वह मौके से भाग निकले और उनका बचाव हो गया। इस कारण अब वह रात को अपना मोबाइल बंद रखते हैं। दूसरी ओर गांव के पूर्व फौजी कुलदीप कुमार ने बताया कि पिछले साल उनके पोल्ट्री फार्म से इनवर्टर चोरी हो गया था पर पुलिस ने उसकी कोई सुनवाई नहीं की। उसने बताया कि उनके गांव को 5 लिंक रोड लगते हैं और हर मोड़ पर वारदात को अंजाम दिया जा रहा है।
गांव के कुलबीर सिंह पन्नू ने बताया कि पहले भी गांव के स्कूल में चोरी हुई। मौके पर पुलिस पहुंची पर अभी तक इस संबंध में कुछ पता नहीं चल पाया। इसके बाद मंदिर में चोरी हुई, बर्तन चोरी हुए, इंजन चोरी हुए पर आज तक किसी की कोई सुनवाई नहीं हुई। यहां तक कि ट्रांसफार्मरों का तेल भी 26 बार चोरी हो चुका है। उन्होंने बताया कि गांव का एक किसान अपनी जमीन पर गया था तो रास्ते में लुटेरे उसे रोक कर तेजधार हथियारों के बल पर 800 रुपये नकद, मोबाइल फोन और मोटरसाइकिल लूट कर ले गए और लूटेरों ने फरमान जारी किया कि अगर उसकी जेब में 1000 रुपये होंते तो उसकी मारपीट नहीं करनी थी। हालात यह हैं कि घर से गैस सिलेंडर, सोना, नकदी, भैंस, बकरियां तक चोरी हो चुकी हैं पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। लोगों का आरोप है कि पुलिस का खौफ लूटेरों में खत्म हो गया है। इस संबंध में फाजिल्का के डी.एस.पी. शुबेग सिंह को जब सवाल किया तो उन्होंने कहा कि ऐसा कोई भी मामला उनके ध्यान में नहीं है। शिकायत आने के बाद ही उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
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