Edited By Tania pathak,Updated: 11 May, 2021 01:10 PM
पंजाब में कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए वैक्सीनेशन का तीसरा चरण जारी है। बीते दिन से पंजाब में 18 से अधिक आयु के लोगों को कोरोना वैक्सीन लगनी थी।
जालंधर: पंजाब में कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए वैक्सीनेशन का तीसरा चरण जारी है। बीते दिन से पंजाब में 18 से अधिक आयु के लोगों को कोरोना वैक्सीन लगनी थी। इसके लिए सरकार ने भी सोच्चणा जारी कर कहा था कि उनकी तरफ से पूरी तैयारी है। इसकी शुरुआत सरकार की तरफ से श्रमिकों से की जानी थी। लेकिन हालात कुछ और ही दिखे, जब पंजाब के 22 जिलों में कुल 1033 श्रमिकों का ही टीकाकरण किया गया।
इनमें से कुछ श्रमिक तो पहले ही लॉकडाउन के डर से अपने-अपने घरों में पलायन कर चुके है वहीं कुछ को इस बारे में जानकारी ही नहीं थी। पंजाब के चार जिले नवांशहर, बठिंडा, मानसा और बरनाला में तो एक भी श्रमिक को वैक्सीन नहीं दी गई। ऐसे में तीसरे चरण की ऐसी सुस्त शुरुआत देखने से पंजाब के सेहत कर्मचारियों में निराशा की भावना है। जानकारी के लिए बता दें कि पंजाब में कोरोना वायरस का बढ़ता प्रकोप रोजाना कई जाने ले रहा है। अब तक पंजाब में लाखों लोग इसकी चपेट में आ चुके है। इससे पहले पंजाब में वैक्सीनेशन के दो चरणों में बुजुर्गों और फ्रंटलाइन वर्कर्स कोरोना का टीका लगाया गया था।
आपको बता दें कि इस चरण की शुरुआत की तिथि पहले कैप्टन सरकार ने एक मई को रखी थी। लेकिन कोरोना वैक्सीन की खुराकों की कमी के चलते इसको एक सप्ताह देरी से शुरू किया गया। इस दौरान केंद्र सरकार की तरफ से राज्य सरकार को एक लाख कोरोना वैक्सीन की खुराकें मुहैया करवाई गई। लेकिन फिर भी इस सुस्त शुरुआत से प्रशासन के कड़े इंतजामों पर सवाल खड़े हो रहे है।