Edited By Vaneet,Updated: 19 Feb, 2020 08:44 AM
विजीलैंस विभाग मोहाली की टीम द्वारा आज नगर कौंसिल के एस.ओ. मोहनपाल सिंह को एक ठेकेदार से....
बस्सी पठाना(राजकमल)- विजीलैंस विभाग मोहाली की टीम द्वारा आज नगर कौंसिल के एस.ओ. मोहनपाल सिंह को एक ठेकेदार से 18 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों काबू किया गया है, जिसके विरुद्ध मामला दर्ज करते हुए अगली कार्यवाही आरंभ कर दी गई।
जानकारी देते हुए शिकायतकर्ता मनी रतन ने बताया कि वह मंडी गोबिन्दगढ़ कोआप्रेटिव सोसायटी के अधीन अथॉरिटी पत्र पर ठेकेदार के तौर पर पिछले पांच वर्षों से काम करता आ रहा है। जिसके द्वारा नगर कौंसिल के कूड़े के डम्पों में एम.आर.एफ. कमरे बनाने तथा कौंसिल के कार्यों के लिए जे.सी.बी. मशीनों से काम करने का ठेका 1 लाख 6 हजार रुपए में लिया गया था और उसकी बनती रकम की अदायगी नहीं की जा रही थी। उसने बताया कि 13 फरवरी को उसके पास नगर कौंसिल का एस.ओ. मोहनपाल सिंह आया और उसकी बनती रकम के बिल पास करवाने के लिए 36 हजार रुपए रिश्वत की मांग की और यह सौदा 18 हजार रुपए में तय हो गया। आज उसने यह रिश्वत की रकम उक्त एस.ओ. को देनी थी परंतु इससे पहले उसने इसकी सूचना विजीलैंस विभाग मोहाली के डी.एस.पी.एच.पी. सिंह को दे दी जो अपनी टीम सहित पहले से ही ताक में थे।
मनी रतन द्वारा जब एस.ओ. को रिश्वत की रकम थमाई गई तो विजीलैंस टीम द्वारा उसे 18 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हत्थो गिरफ्तार कर लिया गया। विजीलैंस टीम की यह कार्यवाही तकरीबन दो घंटे तक चलती रही और इस दौरान नगर कौंसिल का मुख्य गेट भी बंद रखा गया। डी.एस.पी. एच.पी. सिंह ने बताया कि एस.ओ. के विरूद्ध मामला दर्ज कर उससे और पूछताछ की जा रही है कि इस मामले में और किन अधिकारियों की संलिप्ता हैं। इस दौरान मौके पर पहुंचे यूथ अकाली नेता रूपी विर्क ने कहा कि शहर के अन्य विभागों में भी भ्रष्टाचार का बोलबाला है और यही कारण है कि सीवरेज तथा अन्य विकास के कार्य रुके पड़े हैं। उन्होंनें कहा कि यदि सरकार ने भ्रष्ट अधिकारियों को न हटाया तो वह ऐसी कार्यवाही विजीलैंस विभाग से करवा कर भ्रष्ट अधिकारियों को सलाखों के पीछे पहुंचाते रहेंगे। उन्होंने यह भी दावा किया कि जल्दी ही एक ऊंचे पद पर विराजमान भ्रष्ट अधिकारी का भी पर्दाफाश किया जाएगा।