Edited By Urmila,Updated: 05 Dec, 2025 10:24 AM
आजकल जंक फूड का इस्तेमाल बहुत ज्यादा बढ़ गया है, जिसके कई नुकसान भी हैं। डॉ. गुरप्रीत सिंह डी.आई.एम.एस. का कहना है।
सुल्तानपुर लोधी (धीर): आजकल जंक फूड का इस्तेमाल बहुत ज्यादा बढ़ गया है, जिसके कई नुकसान भी हैं। डॉ. गुरप्रीत सिंह डी.आई.एम.एस. का कहना है कि ज्यादातर बच्चों को जंक फूड बहुत पसंद होता है। इसमें न्यूट्रिएंट्स की मात्रा बहुत कम होती है, लेकिन इसके स्वाद की वजह से बहुत से लोग इसे बहुत खाना पसंद करते हैं। ऐसे फूड में कैलोरी की मात्रा बहुत ज्यादा होती है और इसमें न्यूट्रिएंट्स बिल्कुल नहीं होते।
बहुत ज्यादा जंक फूड खाने की संभावना बहुत ज्यादा होती है। जंक फूड किसे कहते हैं? जंक फूड वह खाना है, जिसमें बहुत ज्यादा मात्रा में नुकसानदायक चीजें, ट्रांस फैट, शुगर, सोडियम और दूसरे कैमीकल होते हैं। आमतौर पर जंक फूड को स्वादिष्ट और आकर्षक बनाने के लिए उसमें कई फूड इंग्रीडिएंट्स और कलर मिलाए जाते हैं। लेकिन ये सभी चीजें सेहत के लिए खराब होती हैं।
फास्ट फूड से बढ़ रही हैं बीमारियां
सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमैंट की टैस्टिंग लैब में हुई एक रिसर्च में पाया गया है कि भारत में पैकेट वाले फूड आइटम्स में फैट, तेल और नमक की मात्रा एफ.एस.एस.ए.आई. के स्टैंडर्ड से ज्यादा है। रिसर्च में चिप्स, नमकीन, बर्गर, स्प्रिंग रोल, पिज्जा समेत कुल 33 जंक फूड शामिल किए गए, जिन्हें लोग बहुत पसंद करते हैं और इस वजह से हर साल 8 प्रतिशत लोगों में बीमारियां बढ़ रही हैं।
दिल की बीमारी बढ़ना
जंक फूड कार्बोहाइड्रेट से भरा होता है। इसमें फाइबर की मात्रा न के बराबर होती है। जब डाइजेस्टिव सिस्टम इन फूड्स को शरीर को फायदा पहुंचाने के लिए तोड़ता है, तो कार्बोहाइड्रेट ग्लूकोज के रूप में ब्लडस्ट्रीम में निकल जाते हैं, जिससे ब्लड में शुगर बढ़ जाता है, जिससे इंसुलिन भी बढ़ जाता है। यह डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत खतरनाक है।
अनबैलेंस्ड शुगर लेवल: ज्यादातर जंक फूड में शुगर या फैट की मात्रा ज़्यादा होती है। अमरीका हार्ट एसोसिएशन हर आदमी को हर दिन 6 चम्मच शुगर और महिलाओं को हर दिन 150 कैलोरी या 9 चम्मच शुगर लेने की सलाह देता है।
ऐसे में सिर्फ कोल्ड ड्रिंक्स में ही 9 चम्मच से ज्यादा चीनी होती है। 140 कैलोरी, 39 ग्राम चीनी और कोई न्यूट्रिएंट्स नहीं। पिज्जा, कुकीज में ट्रांस फैट होता है और इनकी वजह से हर साल 8 प्रतिशत लोगों में फैट ज्यादा होता है। जिससे अच्छा कोलेस्ट्रॉल कम हो सकता है।
सांस लेने में दिक्कत: जंक फूड में मौजूद ज्यादा कैलोरी वजन बढ़ने की मुख्य वजह हो सकती है। यह मोटापे की भी मुख्य वजह है। मोटापा सांस लेने में दिक्कत और अस्थमा को बढ़ाने में असरदार साबित हो सकता है। जिसका नतीजा आपको सीढ़ियां चढ़ने, वर्कआउट करने, चलने पर दिखने लगेगा।
ये हमारे शरीर को कैसे पहुंचाते हैं नुक्सान
पैकेट में सामान को ज्यादा देर तक रखने के लिए ऐसे केमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता है, जो हमारी सेहत के लिए नुकसानदायक होते हैं। चिप्स, कुकीज, क्रिस्प्स जैसी पैकेट बंद चीजों में कार्बोहाइड्रेट ज्यादा मात्रा में पाया जाता है। जिससे कई बीमारियां होती हैं। चाइनीज फूड जैसे नूडल्स, चाऊमीन, पास्ता में मैदा होता है। यह आंतों को नुकसान पहुंचाता है। साथ ही, ऐसे खाने से दिल की समस्याएं होने लगती हैं। बर्गर, पिज्जा हाई-कैलोरी फूड हैं और इनमें फैट भी होता है, इसलिए इन्हें ज्यादा खाने से बचना चाहिए। आजकल हर डिश में सॉस और मैयोनीज का इस्तेमाल होता है, लेकिन इनसे कोलेस्ट्रॉल बहुत तेजी से बढ़ता है।