Edited By Subhash Kapoor,Updated: 31 Aug, 2025 07:27 PM

पौंग बांध से लगातार पानी छोड़े जाने और ब्यास नदी में आई बाढ़ के कारण पिछले कई दिनों से मुश्किलों का सामना कर रहे रड़ा मंड क्षेत्र के निवासियों की मुश्किलें उस समय और बढ़ गईं जब ब्यास नदी के पास गंधूवाल गांव के पास बना गाइड बांध पानी के कटाव के कारण...
टांडा उड़मुड़ (पंडित): पौंग बांध से लगातार पानी छोड़े जाने और ब्यास नदी में आई बाढ़ के कारण पिछले कई दिनों से मुश्किलों का सामना कर रहे रड़ा मंड क्षेत्र के निवासियों की मुश्किलें उस समय और बढ़ गईं जब ब्यास नदी के पास गंधूवाल गांव के पास बना गाइड बांध पानी के कटाव के कारण टूट गया। इससे ब्यास नदी का बाढ़ का पानी ज़मीन का कटाव करते हुए धुस्सी बांध की ओर बढ़ गया है।
इस बीच मौके पर मौजूद गंधूवाल गांव के निवासियों ने बताया कि गाइड बांध दो अन्य जगहों से भी बेहद कमजोर हो गया है। उन्होंने गाइड बांध को मजबूत बनाने के लिए गंभीर कदम उठाने की अपील की है। प्रशासन गाइड बांध की सुरक्षा के लिए कदम उठा रहा है, लेकिन पानी के तेज बहाव के कारण इस काम में मुश्किलें आ रही हैं।
इस बीच बाढ़ प्रभावित रड़ा मंड, फत्ता कुल्ला, सलेमपुर मंड, टाहली मंड गंधूवाल और अब्दुल्लापुर में जलस्तर कभी बढ़ने और कभी घटने के कारण स्थिति पहले जैसी ही बनी हुई है। आज भी प्रशासन और विभिन्न सामाजिक संगठनों ने क्षेत्र के गांवों और राहत शिविरों का दौरा कर राहत सामग्री और लंगर पहुंचाया है।
इस संबंध में नायब तहसीलदार मनप्रीत सिंह ने बताया कि प्रशासन गाइड बांध को मजबूत करने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। उन्होंने बताया कि नदी के प्रवाह को नियंत्रित करने के लिए बनाए गए गाइड बांध के टूटने से सटे ऊंचे खेतों में जमा पानी वापस नदी में बहने लगा है, जिससे उन खेतों का जलस्तर कम हो गया है।