श्री मुक्तसर साहब (रिणी, पवन): सर्व शिक्षा अभ्यान के अंतर्गत काम करते दफ्तर कर्मचारी 1 जनवरी को कैबिनेट मंत्री को बर्तन देंगे पर वह भी सरकार की तरफ से किए गए उन वादों के साथ भर कर जो अभी तक पूरे नहीं हुए। कर्मचारियों ने बताया कि 15 सालों से नौकरी करने के बावजूद भी वह घर चलाने से असमर्थ हैं और सरकार ने बहानों के अलावा कुछ नहीं दिया तो फिर उन बर्तनों का क्या करना हैं। इसलिए वह यह बर्तन सरकार के बहानों के साथ भर कर मंत्रियों को देंगे। इस क्षेत्र के कर्मचारी कैबिनेट मंत्री मनप्रीत सिंह बादल के घर बर्तन देने जाएंगे। दफ़्तरी मुलाज़ीम पंजाब सरकार और विभाग की तरफ किए भेदभाव कारण नाराज है।

शिक्षा विभाग की तरफ से समय-समय पर विभाग में काम करते कच्चे अध्यापकों को पक्का तो किया है परन्तु हर बार दफ़्तरी मुलाजिमों के साथ भेदभाव किया गया है। पंजाब सरकार की तरफ से साल 2018 दौरान सर्व शिक्षा अभ्यान के अंतर्गत काम करते अध्यापकों को 1अप्रैल 2018 से विभाग में पक्के कर दिया गया परन्तु इस बार भी दफ़्तरी मुलाजिमों के साथ भेदभाव किया गया जिस पर मुलाजिमों का कहना है कि शिक्षा विभाग सिर्फ अध्यापकों का ही विभाग है और इसमें सिर्फ़ और सिर्फ़ अध्यापकों की ही सुनवाई होती है।
ज़िला प्रधान विकास कुमार ने कहा कि अध्यापकों को रेगुलर करने के बाद भी तकरीबन ढाई सालों दौरान सरकार के हर द्वार पर अपील कर चुके हैं परन्तु कोई सुनवाई नहीं हो रही है। इस कारण मुलाजिमों ने अब साल के पहले दिन से ही संघर्ष में कूदने का ऐलान कर दिया है। मुलाजिमों का कहना है कि बहानों के साथ भरे बर्तन कर्मचारी मंत्रियों के घर ही रख कर आएंगे। इस मौके दलजिन्दर सिंह, मोहत कुमार,अजैपाल सिंह, हरप्रीत सिंह, गुरमीत सिंह मैंबर उपस्थित थे।
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