Edited By Vatika,Updated: 28 Sep, 2020 11:55 AM
यहां के कबीर नगर में किराए के मकान पर रहती सर्बजीत कौर (35), जो 2 बच्चों की मां थी, ने बैंक कर्जे से तंग आकर अपने गले में फंदा डालकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली।
मोगाः यहां के कबीर नगर में किराए के मकान पर रहती सर्बजीत कौर (35), जो 2 बच्चों की मां थी, ने बैंक कर्जे से तंग आकर अपने गले में फंदा डालकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। घटना की जानकारी मिलने पर थाना सिटी साऊथ के सहायक थानेदार जसवंत सिंह पुलिस पार्टी सहित वहां पहुंचे और जांच के अलावा आसपास के लोगों से पूछताछ की।
पुलिस सूत्रों के अनुसार मृतका के पति रघूनंदन पुत्र कुलदीप कुमार ने बताया कि छोटा हाथी चलाने का काम करता है। उन्होंने बैंक आफ इंडिया में अपना विश्वकर्मा नगर मोगा में मकान बनाने के लिए 8 लाख रुपए कर्जा लिया था। कोरोना वायरस के कारण लगे लॉकडाऊन में सभी काम ठप्प हो गए और वह बैंक से लिए कर्जे की किश्तें वापिस नहीं कर पाए, जिस कारण बैंक द्वारा उन्हें नोटिस भेजा गया कि बैंक की किश्तें दी जाएं, लेकिन काम न होने के कारण वह असमर्थ थे।
इस बात को लेकर मेरी पत्नी सर्बजीत कौर मानसिक तौर पर परेशान रहने लगी और इसी कारण हम उक्त मकान को छोड़कर कबीर नगर मोगा में किराए के मकान पर रहने लगे। गत रात्रि हम सभी खाना खाने के बाद अपने कमरे में जाकर सो गए, जब सुबह उठे तो 8 बजे तक मेरी पत्नी के कमरे का दरवाजा नहीं खुला तो हमने देखा कि उसकी पत्नी ने बैंक कर्जा वापस न किए जाने के कारण अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। जांच अधिकारी सहायक थानेदार जसवंत सिंह ने कहा कि मृतका के शव को आज सिविल अस्पताल मोगा के पोस्टमार्टम होने के बाद परिजनों को सौंप दिया गया। सिविल अस्पताल में मौजूद लोगों ने जिला प्रशासन तथा बैंक आफ इंडिया के वरिष्ठ अधिकारियों से गुहार लगाई कि बैंक कर्ज को माफ किया जाए।