Edited By Tania pathak,Updated: 07 Nov, 2020 11:00 AM
किसानों ने थर्मल प्लांटों की रेल लाईनों से अपने धरने उठा लिए हैं, जिसके बाद में कोयला स्पलाई शनिवार से बहाल होने की संभावना है...
चंडीगढ़ /पटियाला (परमीत): तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ संघर्ष कर रहे किसानों ने थर्मल प्लांटों की रेल लाईनों से अपने धरने उठा लिए हैं, जिसके बाद में कोयला स्पलाई शनिवार से बहाल होने की संभावना है। किसानों ने तलवंडी साबो थर्मल पलांट को जाती रेल लाईन और यहां राजपुरा स्थित नाभा शक्ति लिमटिड को जाती रेल लाईन पर धरना दे कर कोयले की स्पलाई ठप कर दी थी, जिस कारण दोनों प्लांट कोयला खत्म होने पर बंद हो गए थे।
बीती सुबह किसानों ने पहले तलवंडी साबो थर्मल पलांट की रेल लाईन से धरना उठाया, फिर दोपहर समय पर राजपुरा स्थित पलांट की रेल लाईन से धरना उठा लिया। इस समय पर राजपुरा प्लांट की 23, तलवंडी साबो की 26 और गोइंदवाल साहिब थर्मल पलांट की तकरीबन 13 माल गाड़ियां कोयला लेकर अलग -अलग स्थानों पर ठहरी हैं। रेलवे की तरफ से मालगाड़ियों की सेवाएं बहाल करने के बारे क्लीयरेंस नहीं मिली थी।
अगर यह क्लीयरेंस मिलती है तो माल गाड़ियां पंजाब के लिए रवाना होंगी। शनिवार को कोयला लेकर पहली मालगाड़ी के पंजाब में दाखिल होने की संभावना है।
इस समय पर निजी थर्मल बंद होने के कारण पंजाब राज बिजली निगम लिमटिड (पावरकाम) ने अपने दोनों थर्मल चाळु किए हैं। दोनों का एक-एक यूनिट काम कर रहा है। कोयला स्पलाई बहाल होने बाद में तीनों निजी थर्मल चलने तय हैं क्योंकि सरकारी थर्मलों में बिजली पैदावार निजी की अपेक्षा महंगी पड़ती है।