Edited By Kamini,Updated: 14 Apr, 2022 05:15 PM

गेहूं खरीद में हो रही देरी ने किसानों के दर्द को अब चेहरे पर ला दिया है। किसानों का कहना है कि उनकी कैसी बैसाखी वह आज भी ..............
मानसा (चाहल) : गेहूं खरीद में हो रही देरी ने किसानों के दर्द को अब चेहरे पर ला दिया है। किसानों का कहना है कि उनकी कैसी बैसाखी वह आज भी मंडियों में घूम रहे हैं। वहीं किसानों ने कहा कि पंजाब सरकार ने फसर का दाना-दाना खरीदने का दावा किया था लेकिन मंडियों में दिखाई दे रहे गेहूं के बड़े ढेर और कई दिनों से मंडियों में बैठे किसान अब सरकार के दावों की पोल खोलने के लिए काफी हैं। उधर मंडी के अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही लिफ्टिंग की समस्या का समाधान किया जाएगा।
मंडी में गेहूं लाने वाले किसानों का कहना है कि पहले किसान बैसाखी मेला देखकर ही गेहूं की कटाई करते थे, लेकिन अब समय बीतने के साथ मशीनीकरण का जमाना होने के कारण वे पहले से ही मंडी में बैठे हैं। उन्होंने कहा कि आज बैसाखी का पर्व है और किसान पिछले कई दिनों से मंडियों में बैठे हैं। सरकार की खरीद व्यवस्थाओं का पोल खुल चुकी है क्योंकि सरकार के अधिकारी और कर्मचारी सरकार का समर्थन नहीं कर रहे थे।
जिला मंडी अधिकारी रजनीश गोयल ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि मानसा की विभिन्न मंडियों में 1 लाख 86 हजार मीट्रिक टन गेहूं की आवक हुई है, जिसमें से अब तक विभिन्न खरीद एजेंसियों द्वारा 1 लाख 39 हजार मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की जा चुकी है। 25 हजार मीट्रिक टन गेहूं लिफ्टिंग हो चुका है। उन्होंने कहा कि एफ.सी.आई. द्वारा बनाई गई टीम कल मानसा आएगी और उनके द्वारा सैंपल लेने के बाद गेहूं की खरीद शुरू होने की संभावना है। ट्रक यूनियन और ट्रक ऑपरेटरों के बीच लड़ाई के कारण लिफ्टिंग में समस्या आ रही थी और लिफ्टिंग जल्द शुरू होगी।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here
पंजाब की खबरें Instagram पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here