Edited By Vatika,Updated: 08 Apr, 2020 12:04 PM
यू.टी. एडमिनिस्ट्रेशन हैल्थ वर्कर्स और डॉक्टर्स कोरोना मरीजों के लिए बहुत काम कर रहे हैं। इनकी जितनी तारीफ करूं उतनी कम है।
चंडीगढ़(पाल): यू.टी. एडमिनिस्ट्रेशन हैल्थ वर्कर्स और डॉक्टर्स कोरोना मरीजों के लिए बहुत काम कर रहे हैं। इनकी जितनी तारीफ करूं उतनी कम है। ये लोग उस वक्त में काम रहे हैं, जब सभी लोग घर में हैं। हम लोगों को भी इनका साथ देने की जरूरत है। हम यह डॉक्टरों व हैल्थ गाइडलाइन को फॉलो करके कर सकते हैं। चंडीगढ़ की पहली कोरोना पेशैंट सोमवार को डिस्चार्ज होकर घर पहुंच गई है। 23 साल की इस युवती ने कहा कि अस्पताल का वह वक्त वाकई मुशिकल था। ऐसे में फैमिली, दोस्त, डॉक्टर्स ने बड़ा सपोर्ट किया। वायरस से लडऩा इतना मुश्किल शायद नहीं था, जितना इससे जुड़े स्टिग्मा से था। बावजूद इसके आज घर आकर अच्छा लग रहा है खास कर अपनों के साथ।
मुश्किल वक्त था
मेरी जिंदगी का यह सबसे मुश्किल वक्त था, लेकिन इस दौर ने एक बात सिखाई है कि लाइफ बड़ी अनएक्सपैक्टेड है। कोई नहीं जानता कि अगले पल क्या होने वाला है, तो ऐसे में अपनी जिंदगी का हर पल अपनों के साथ जिएं, जिन्हें आप प्यार करते हैं, उनके साथ रहिए।
साथ लडऩे की जरूरत
इस वक्त सबको इस बीमारी के खिलाफ एक साथ लेकिन अलग अलग होकर यानी सोशल डिस्टैंसिंग के साथ लडऩे की जरूरत है। इसी तरह ही इस बीमारी को हराया जा सकता है।