मुश्किलों में फंसे कैप्टन अमरिंदर सिंह, चुनाव के लिए नहीं मिल रहे अच्छे उम्मीदवार

Edited By Kalash,Updated: 04 Feb, 2022 01:40 PM

captain amarinder singh in trouble

पंजाब में 20 फरवरी, 2022 को विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह विधानसभा चुनाव को लेकर मुश्किलों में फंसे

चंडीगढ़ : पंजाब में 20 फरवरी, 2022 को विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह विधानसभा चुनाव को लेकर मुश्किलों में फंसे हुए हैं। तीन महीने पहले कैप्टन ने कांग्रेस से अलग होने का ऐलान किया था। इस बार वह भाजपा के साथ गठजोड करके चुनाव लड़ रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कैप्टन को 37 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए अच्छे उम्मीदवार नहीं मिल रहे। 

एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक अमरिंदर सिंह की पंजाब लोक कांग्रेस (PLC) के अपने नेता उनके चुनाव निशान पर लड़ने के लिए तैयार नहीं हैं। अखबार के मुताबिक पी.एल.सी. के जनरल सचिव कमलदीप सिंह सैनी समेत कम से कम पांच नेताओं ने भाजपा के चुनाव निशान पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। इसलिए उम्मीदवार न मिलने के कारण उन्हें अपने कोटे की तीन सीटें भाजपा को देनी पड़ी। ज्यादातर उम्मीदवार राजनीति के नए खिलाड़ी हैं, जबकि कैप्टन के कुछ प्रमुख सहयोगी अब उनके साथ नहीं हैं।

71 सीटों पर भाजपा के उमीदवार
कांग्रेस छोड़ने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बार-बार दावा किया था कि चुनाव के नजदीक आने पर कांग्रेस के कई नेता पी.एल.सी. में शामिल होंगे। हालांकि ऐसा कुछ नहीं हुआ। कैप्टन ने 2017 के चुनाव में कांग्रेस को 77 सीटों पर जीत दिलाई थी। यह पहली बार है जब भाजपा पंजाब चुनाव में 22-23 से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ रही है। इस बार भाजपा के चुनाव निशान पर 71 उम्मीदवार मैदान में हैं।

कई नेताओं ने बदल दिया अपना पक्ष 
2 नवंबर को कांग्रेस छोड़ने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह को सबसे पहले झटका तब लगा, जब उनके सबसे सीनियर सहयोगी राणा गुरमीत सिंह सोढी ने पी.एल.सी. की बजाय भाजपा में शामल होने का फैसला किया। बाद में उनकी पार्टी को राजासांसी, जीरा और नवांशहर हलके की टिकटों पर भाजपा को वापस करनी पड़ी। इससे तुरंत बाद सतवीर सिंह पल्लीझिक्की, जिनको पी.एल.सी. ने नवांशहर से टिकट दी थी, उन्होंने कांग्रेस में वापस जाने का फैसला किया। नकोहर सीट पर पी.एल.सी. को अपने उम्मीदवार हॉकी ओलम्पियन अजीतपाल सिंह की जगह पर कोई ओर उम्मीदवार खड़ा करना पड़ा।

भाजपा में वापस गए नेता 
कोटकपूरा से भाजपा के पूर्व नेता दरगेश शर्मा ने पी.एल.सी. के चुनाव निशान पर चुनाव न लड़ने का फैसला किया और भाजपा में वापस आ गए। पी.एल.सी. के कई उम्मीदवारों ने भाजपा के निशान का चयन किया है, जिसमें मानसा के पूर्व अकाली विधायक प्रेम मित्तल हैं, जो आत्मनगर से चुनाव लड़ रहे हैं। लुधियाना पूर्वी से चुनाव लड़ रहे जिला कांग्रेस समिति लुधियाना के पूर्व प्रधान जगमोहन शर्मा और बठिंडा शहरी से उम्मीदवार राज नंबरदार ने भी भाजपा का चुनाव निशान चुना है। 

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