Edited By swetha,Updated: 04 Feb, 2020 11:13 AM
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने दिल्ली के मुख्यमंत्री व ‘आप’ नेता अरविंद केजरीवाल पर उनके सस्ती बिजली देने के दावे पर पहला सियासी हमला बोलते हुए कहा है कि वह झूठ बोलने की कला अच्छी तरह से जानते हैं।
जालंधर(धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने दिल्ली के मुख्यमंत्री व ‘आप’ नेता अरविंद केजरीवाल पर उनके सस्ती बिजली देने के दावे पर पहला सियासी हमला बोलते हुए कहा है कि वह झूठ बोलने की कला अच्छी तरह से जानते हैं। मुख्यमंत्री ने भाजपा की निंदा करते हुए कहा कि उन्होंने पूरे देश को शाहीन बाग में परिवर्तित कर दिया है तथा इन मुद्दों का वह दिल्ली के चुनावों में प्रयोग करके ध्रुवीकरण की राजनीति कर रही है। ऐसा करके वह देश की आधारशिला को कमजोर बनाने में लगी हुई है। कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने दिल्ली विधानसभा चुनावों की जंग में कूदते हुए हरिनगर में कांग्रेस उम्मीदवार के पक्ष में सार्वजनिक सभा को सम्बोधित किया।
कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी के नेता केजरीवाल ने सस्ती बिजली व मोहल्ला क्लीनिक स्थापित करके कोई विशिष्ट कार्य नहीं किया है क्योंकि कांग्रेस शासित सभी राज्यों के मुख्यमंत्री पहले ही ऐसा कर रहे हैं। कुछ लोग मुफ्तखोरी से खुश हो सकते हैं परंतु उन्होंने दिल्ली के विकास व प्रगति के लिए क्या किया है? केजरीवाल बताएं कि उन्होंने लोगों के बच्चों को नौकरियां देने के लिए क्या कदम उठाए हैं। पिछले 5 वर्षों में दिल्ली में विकास कार्य ठप्प होकर रह गए, जबकि पंजाब में कांग्रेस सरकार ने 11 लाख नौजवानों को रोजगार दिया। दिल्ली को इस समय आर्थिक व औद्योगिक विकास की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार दिल्ली में घरेलू खपतकारों को बिजली पर सबसिडी देने पर 1600 से 1700 करोड़ रुपए की राशि खर्च कर रही है परंतु अब चुनावों को देखते हुए हाल ही में इस राशि को बढ़ाकर 2600 करोड़ किया गया है, जबकि पंजाब में कांग्रेस 9000 से 10000 करोड़ रुपए की बिजली सबसिडी सरकार समाज के सभी वर्गों को दे रही है। पंजाब में उनकी सरकार अनुसूचित जाति और पिछड़े वर्ग तथा बी.पी.एल. में शामिल 21 लाख घरेलू खपतारों को, 14 लाख कृषि खपतकारों को तथा 1.50 लाख औद्योगिक खपतकारों को बिजली पर सबसिडी दे रही है। दिल्ली में व्यापारिक बिजली प्रयोग करने वाले खपतकारों को 11 से 12 रुपए प्रति यूनिट भुगतान करना पड़ता है जबकि पंजाब में उन्हें 7 से 8 प्रति यूनिट भुगतान करना पड़ता है। दिल्ली में औद्योगिक खपतकारों को 10 से 11 रुपए प्रति यूनिट के हिसाब से भुगतान करना पड़ता है जबकि पंजाब में यह राशि 5 से 7 रुपए प्रति यूनिट है।
‘आप’ व भाजपा ने आपसी लड़ाई में दिल्ली के हितों को कुर्बान किया
उन्होंने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि ‘आप’ तथा भाजपा दोनों ने आपसी लड़ाई में दिल्ली के हितों को कुर्बान कर दिया जबकि उससे पहले कांग्रेस शासित काल में दिल्ली विकास के मामले में अग्रणी हुआ करती थी। केवल कांग्रेस ही दिल्ली के विकास को यकीनी बना सकती है। भाजपा के खिलाफ बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वह दिल्ली के चुनावों का ध्रुवीकरण करना चाहती है परंतु अब उसमें उसे सफलता नहीं मिलेगी। सी.ए.ए. तथा एन.आर.सी. को लेकर पूरे देश में शाहीन बाग जैसे विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। विश्वविद्यालयों में असंतोष की स्थिति है। ऐसे भारत की परिकल्पना हमारे स्वतंत्रता सेनानियों व शहीदियां देने वालों ने नहीं की थी। भाजपा का एक मात्र एजैंडा फूट डालने वाली राजनीति पर आधारित है जबकि कांग्रेस ने हमेशा देश की एकता को बनाए रखने का कार्य किया।