Edited By Urmila,Updated: 14 May, 2025 10:22 AM

भारत माला सड़क परियोजना के तहत बनाए जा रहे अमृतसर-जामनगर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे 754 के तहत लुधियाना से बठिंडा तक मार्ग के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया आज शुरू हो गई।
हलवारा (लाडी): भारत माला सड़क परियोजना के तहत बनाए जा रहे अमृतसर-जामनगर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे 754 के तहत लुधियाना से बठिंडा तक मार्ग के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया आज शुरू हो गई। एन.एच.ए.आई. ने हलवारा, राजोआना, बुर्ज लिट, लील आदि गांवों में भूमि (संपत्ति) अधिग्रहण की कार्रवाई की। इस अवसर पर भारी पुलिस बल भी तैनात रहा।
यह एक्सप्रेसवे बल्लोवाल से शुरू होकर रायकोट क्षेत्र के 36 गांवों से गुजर कर सड़क बठिंडा तक पहुंचेगी। अधिकारियों के साथ-साथ सिविल प्रशासन और राजस्व विभाग की उपस्थिति में भूमि अधिग्रहण की कार्रवाई की गई। इस कार्रवाई के खिलाफ किसानों की ओर से कोई विरोध नहीं किया गया, लेकिन पुलिस ने उनके विरोध को दबा दिया। भारतीय किसान यूनियन (सिद्धूपुर) के ब्लॉक अध्यक्ष अमरीक सिंह हलवारा ने बताया कि उनकी जमीन भी इस परियोजना में शामिल कर ली गई है। उन्होंने आलोचना की कि यह मामला पटियाला कमिश्नर के पास लंबित है, फिर भी उनकी जमीन पर जबरन कब्जा किया जा रहा है।
कई अन्य किसानों के मामले भी हाईकोर्ट में लंबित हैं और कुछ किसान तो सुप्रीम कोर्ट जाने को भी तैयार हैं। किसानों का दावा है कि उन्हें प्रति एकड़ केवल 50 लाख रुपये के आसपास मुआवजा दिया जा रहा है, जबकि जम्मू-कटरा एक्सप्रेसवे के लिए 85 लाख रुपये से अधिक मुआजवा दिया गया। किसानों ने मांग की कि उन्हें भी समान मुआवजा दिया जाए। इस मौके पर एस.डी.एम रायकोट गुरबीर सिंह कोहली, डी.एस.पी.(डी) इंदरजीत सिंह बोपाराय, डी.एस.पी रायकोट हरजिंदर सिंह, तहसीलदार विशाल वर्मा, नायब तहसीलदार रूपिंदर कौर और पुलिस बल मौके पर पहुंचे।
क्या कहना है रायकोट के एस.डी.एम. का
इस संबंध में जब एस.डी.एम. गुरबीर सिंह कोहली से बात की गई तो उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को निर्धारित मुआवजा देने के लिए तैयार है तथा किसान यह राशि कभी भी ले सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यदि कोई न्यायालय या संस्था मुआवजा बढ़ाती है तो किसानों को नया मुआवजा भी दिया जाएगा। उन्होंने किसानों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
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