Punjab : अब नगर निगम में फाइलें नहीं होंगी गुम, इस सिस्टम के जरिए होगा काम

Edited By Subhash Kapoor,Updated: 08 Oct, 2025 06:21 PM

bathinda turns digital track every file online

नगर निगम बठिंडा ने शहर की प्रशासनिक कार्यप्रणाली में बड़ा बदलाव करते हुए ई-ऑफिस सिस्टम लागू कर दिया है।

बठिंडा (विजय वर्मा) : नगर निगम बठिंडा ने शहर की प्रशासनिक कार्यप्रणाली में बड़ा बदलाव करते हुए ई-ऑफिस सिस्टम लागू कर दिया है। अब निगम की हर शाखा में फाइलें पेपर की जगह डिजिटल रूप में तैयार होंगी और मंजूरी की प्रक्रिया भी पूरी तरह ऑनलाइन होगी। कमिश्नर कंचन के निर्देश पर नगर निगम ने सभी शाखाओं को आदेश जारी कर दिए हैं कि अब कोई भी कार्य ऑफलाइन फाइल के माध्यम से आगे नहीं बढ़ेगा। ई-ऑफिस सिस्टम के लागू होने से कामकाज में तेजी आएगी, पारदर्शिता बढ़ेगी और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा। अब नहीं गुम होंगी फाइलें नगर निगम में लंबे समय से फाइलों के गुम होने और रिकार्ड में छेड़छाड़ की शिकायतें आती रही हैं। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। ई-ऑफिस लागू होने के बाद हर फाइल ऑनलाइन ट्रैक की जा सकेगी। फाइल के हर चरण की जानकारी सिस्टम में दर्ज होगी और कोई भी अधिकारी या कर्मचारी इसे अपने स्तर पर रोक नहीं सकेगा। 

सॉफ्टवेयर करेगा पूरा काम 

नगर निगम ने नेशनल इंफॉर्मेटिक्स सेंटर (NIC) द्वारा विकसित सॉफ्टवेयर को अपनाया है, जो पहले से ही पंजाब सरकार के कई विभागों में सफलतापूर्वक चल रहा है। अब फाइलें ईमेल और पोर्टल के माध्यम से ही आगे बढ़ेंगी। कागजी प्रक्रिया पूरी तरह खत्म कर दी गई है। सड़क निर्माण जैसे काम होंगे पूरी तरह डिजिटल उदाहरण के तौर पर यदि किसी सड़क का निर्माण करना है, तो पूरा एस्टीमेट और उसकी स्वीकृति प्रक्रिया ऑनलाइन होगी। जूनियर इंजीनियर एस्टीमेट तैयार कर एसडीओ को भेजेगा। एसडीओ जांच के बाद एक्सईएन, फिर एसई, ज्वाइंट कमिश्नर और कमिश्नर को फाइल अग्रेषित करेगा। बड़े कामों की मंजूरी के लिए फाइल सीधे चंडीगढ़ स्थित वरिष्ठ अधिकारियों तक ऑनलाइन पहुंच जाएगी। इस तरह किसी भी स्तर पर फाइल को रोकना या उसमें बदलाव करना संभव नहीं रहेगा। अब ठेकेदारों और पार्षदों के पास नहीं जाएगी फाइल अब तक नगर निगम की कई फाइलें ठेकेदारों और पार्षदों के हाथों में घूमती रहती थीं। टेंडर, भुगतान या एस्टीमेट संबंधी दस्तावेज कई बार गायब भी हो जाते थे। लेकिन अब सारी प्रक्रिया ऑनलाइन होने से न तो ठेकेदार और न ही पार्षद किसी फाइल तक सीधे पहुंच पाएंगे। इससे भ्रष्टाचार की संभावनाएं लगभग समाप्त हो जाएंगी और निगम का रिकॉर्ड पूरी तरह सुरक्षित रहेगा। कर्मचारियों को मिलेगी डिजिटल ट्रेनिंग नए सिस्टम के साथ काम करने के लिए नगर निगम के कर्मचारियों को डिजिटल प्रशिक्षण दिया जाएगा। कई कर्मचारी कंप्यूटर का सीमित ज्ञान रखते हैं, इसलिए उन्हें ई-ऑफिस सिस्टम पर काम करने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। साथ ही निगम में कंप्यूटर नेटवर्किंग और इंटरनेट कनेक्टिविटी को मजबूत किया जा रहा है। 

ई-ऑफिस सिस्टम के मुख्य लाभ 
पूरा दफ्तर होगा पेपरलेस, पर्यावरण रहेगा सुरक्षित। रिकॉर्ड हमेशा के लिए सुरक्षित रहेगा। फाइलों में छेड़छाड़ और गुम होने की संभावना खत्म। रियल टाइम अपडेट से कामकाज में पारदर्शिता। समय और खर्च दोनों की बचत। काम में तेजी और जवाबदेही में वृद्धि। कमिश्नर कंचन ने कहा “ई-ऑफिस सिस्टम लागू होने के बाद नगर निगम का हर कार्य ऑनलाइन ट्रैक किया जा सकेगा। इससे अधिकारियों की जिम्मेदारी तय होगी और नागरिकों को भी अपने कार्य की स्थिति की जानकारी तुरंत मिल सकेगी। यह बठिंडा को पूरी तरह डिजिटल नगर निगम बनाने की दिशा में बड़ा कदम है।” 

डिजिटल युग की ओर कदम 
नगर निगम बठिंडा ने इस नई प्रणाली से एक बार फिर साबित किया है कि सरकारी विभाग भी तकनीक की मदद से पारदर्शिता और कार्यकुशलता दोनों हासिल कर सकते हैं। अब शहरवासी यह भरोसा कर सकते हैं कि उनका हर काम न केवल तेजी से होगा बल्कि पूरी तरह सुरक्षित और ट्रेसेबल भी रहेगा।

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