Edited By Kalash,Updated: 14 Dec, 2025 06:32 PM

गोलीबारी की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने हथियार लाइसेंस धारकों पर कड़ा रुख अपनाया है।
लुधियाना (राज): शहर में बढ़ती गोलीबारी की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने हथियार लाइसेंस धारकों पर कड़ा रुख अपनाया है। बीते 6 महीनों के दौरान शहर पुलिस ने 85 गन लाइसेंस रद्द कर दिए हैं, जबकि 10 और लाइसेंस रद्द करने की प्रक्रिया जारी है। यह कार्रवाई अवैध के साथ-साथ वैध हथियारों के दुरुपयोग पर रोक लगाने के उद्देश्य से की जा रही है। हाल ही में एक शादी समारोह के दौरान दो गुटों के बीच हुई फायरिंग में दो निर्दोष लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में लाइसेंसी हथियार के इस्तेमाल की पुष्टि होने के बाद पुलिस ने पूरे शहर में हथियार लाइसेंसों की समीक्षा तेज कर दी गई है।
पुलिस के अनुसार, यह घटना अंकुर गुट और शुभम अरोड़ा उर्फ शुभम मोटा गुट के बीच हुई थी। जांच में सामने आया कि अंकुर ने अपने दोस्त डावर के नाम पर पंजीकृत लाइसेंसी हथियार का इस्तेमाल किया। वहीं, शुभम मोटा और उसके साथी अभी फरार हैं। पुलिस को आशंका है कि दूसरे गुट ने भी लाइसेंसी हथियार का इस्तेमाल किया हो सकता है जिसकी जांच जारी है।
हर आर्म्स लाइसेंस की 3-3 महीने में होगी जांच
पुलिस कमिश्नर स्वप्न शर्मा ने बताया कि अब शहर में हर 3 महीने में हथियार लाइसेंसों की नियमित जांच की जा रही है। जिन लोगों के पास हथियार रखने का स्पष्ट और वैध कारण नहीं पाया गया, उनके लाइसेंस रद्द कर दिए गए।
नियम तोड़ने वालों पर कार्रवाई
पुलिस के अनुसार नियमों के तहत लाइसेंसी हथियार का प्रदर्शन करनास चाहे सार्वजनिक स्थान पर हो या सोशल मीडिया पर, प्रतिबंधित है। बिना किसी गंभीर खतरे के फायरिंग करना भी अपराध है। आत्मरक्षा में गोली चलाने की स्थिति में पुलिस को सूचना देना और खाली कारतूस जमा कराना अनिवार्य है। पुलिस का कहना है कि जिन लोगों के लाइसैंस रद्द किए गए हैं, उनमें हथियार का प्रदर्शन करने वाले और बिना वजह फायरिंग करने वाले दोनों शामिल हैं। पुलिस की इस सख्ती को शहर में कानून-व्यवस्था सुधारने की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है।
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